महाभारत कालीन सभ्यता को संजोए पांडवों की शरणस्थली ‘पांडवखोली’ में महंत बलवंत गिरी जी महाराज की 32वीं पुण्यतिथि, वार्षिकोत्सव संपन्न
रानीखेत: महाभारत कालीन सभ्यता को संजोए पांडवों की शरणस्थली ‘पांडवखोली’ में महंत बलवंत गिरी जी महाराज की 32वीं पुण्यतिथि पर आयोजित धार्मिक वार्षिकोत्सव सोमवार को पूर्ण आस्था के साथ संपन्न हुआ।
आस- पास के तमाम गांवों के निवासियों और संस्कृति एवं धर्म प्रेमियों में धार्मिक पर्यटन के लिहाज से बेहद उपयुक्त स्वर्गपुरी आश्रम की भीम की खातडी़ में महंत बलवंत गिरी जी महाराज की 32वीं पुण्यतिथि पर आयोजित आकर्षक मेले व धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर खासा उत्साह देखा गया। पथ भ्रमण संघ के सदस्यों की ओर से वार्षिकोत्सव को लेकर कई दिन से तैयारी की जा रही थी ।
शक्तिपीठ मां दूनागिरी धाम से करीब सात किमी दूर पौराणिक द्वारिका की सर्वाधिक ऊंची चोटियों में शुमार पांडवखोली की पहाड़ी पर आयोजित धार्मिक उत्सव में विशाल भंडारा में प्रसाद ग्रहण करने हेतु दूरदराज़ से श्रद्धालु पहुंचे। प्यारी गाड़ महिला समूह द्वारा भजन-कीर्तन की प्रस्तुति ने वातावरण में भक्ति रस घोल दिया।
पांडवखोली स्वर्गपुरी में वर्षों तक तप करने वाले महंत बलवंत गिरी जी महाराज की 32वीं पुण्यतिथि पर नित्य कार्यक्रम,रूद्रीपाठ,हवन,पूर्णाहुति और भंडारा आयोजित किए गए। साथ ही पूर्व वर्षों की भांति दुर्लभ पाषाण प्रतिमाओं में पांडु पुत्रों की विशेष पूजा अर्चना भी की गई। इस बार भी अलग अलग उम्र के लोगों के लिए के लिए तमाम मनोरंजक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित हुई।
समारोह में सिटी मांटेसरी स्कूल गनियाद्योली रानीखेत, राजकीय इन्टर कालेज दूनागिरी, एम डी तिवारी इंटर कॉलेज द्वाराहाट ,प्राइमरी पाठशाला चरी, जूनियर हाईस्कूल खोलियाबांज, प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल दुधोली , जीजीआईसी द्वाराहाट के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। संचालन पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेन्द्र सिंह बिष्ट ने किया।

साथ ही दिलचस्प व एंटिक वस्तुओं की प्रदर्शनी विशेष रूप से आनंद अग्रवाल का पुराने अखबारों का संग्रह आकर्षण का केंद्र रहा। पथ भ्रमण संघ द्वारा प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।पथ भ्रमण संघ के अध्यक्ष हरीश लाल साह ने महंत बलवंत गिरी जी महाराज की 32वीं वीं पुण्यतिथि समारोह में सहयोग करने के लिए क्षेत्रवासियों, श्रद्धालुओं का आभार जताया।




महाभारत कालीन सभ्यता को संजोए पांडवों की शरणस्थली ‘पांडवखोली’ में महंत बलवंत गिरी जी महाराज की 32वीं पुण्यतिथि, वार्षिकोत्सव संपन्न
तोता सिंह ने तोड़ा था घाटी का गुरूर