रानीखेत में आजाद हिंद फौज के प्रणेता सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि,कहा, आजाद हिन्द फौज के सेनानियों के सम्मान को पुनर्स्थापित करने की आवश्यकता
रानीखेत -आजाद हिंद सरकार के प्रणेता, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणीय नेता सुभाष चन्द्र बोस की 128वीं जयंती स्थानीय सुभाष चौक में सादगीपूर्ण तरीक़े से मनाई गई।इस अवसर पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भारत की आजादी की वास्तविक लड़ाई आजाद हिन्द फौज ने ही लड़ी। आजाद हिन्द फौज के 26हजार से अधिक शहीदों के नाम आज भी भारत सरकार के अभिलेखों में अंकित हैं।उनके बलिदान को विस्मृत करना भारतीय इतिहास की सर्वाधिक निकृष्ट दुर्घटना है। अतः आज पुनः आजाद हिन्द फौज के सेनानियों के सम्मान को पुनर्स्थापित करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में सुभाष विचार मंच के संस्थापक, संयोजक मोहन नेगी ,कर्नल (सेनि)टी डी पांडे,पूर्व दर्जा राज्यमंत्री नरेंद्र रौतेला, पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष संजय पंत, हरीश साह, नारायण सिंह बिष्ट, गिरीश भगत, महेंद्र रौतेला,भुवन पपनै ने भारत रत्न सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में नगर के ललित मोहन पंत, लक्ष्मण सिंह नेगी, आनंद अग्रवाल,मोहन जोशी, भगवंत नेगी,खजाना जोशी , पंकज मुनगली,अमित हर्बोला,वसीम भाई, हरीश हर्बोला,चंदन भगत, दिगम्बर नेगी, नारायण दत्त जोशी सहित दर्जनों नागरिक मौजूद रहे।