रानीखेत में पडौली कम्पाट में खेल स्टेडियम निर्माण के लिए प्रशासनिक कवायद फिर शुरू,जिला क्रीड़ा अधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण

ख़बर शेयर करें -

रानीखेत– नगर के राय इस्टेट के पास वन विभाग के पडौली कम्पाट में खेल स्टेडियम निर्माण के लिए प्रशासनिक कवायद एक बार फिर से शुरू हो गई। शुक्रवार को जिला क्रीड़ा अधिकारी ने खेल‌ प्रशिक्षकों के साथ इस 4.99 हेक्टेयर भूमि का निरीक्षण किया तदुरापरांत संयुक्त मजिस्ट्रेट से इस बावत चर्चा की।

ज्ञात हो कि वर्ष 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रानीखेत में स्टेडियम निर्माण की घोषणा की‌ थी और इस हेतु अल्मोडा़ में हुई कैबिनेट बैठक में स्टेडियम के‌लिए 10करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे ।

यह भी पढ़ें 👉  रानीखेत पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय और द्वाराहाट इंजीनियरिंग कॉलेज में कड़े पहरे में नीट परीक्षा,सघन चेकिंग से गुजरे परीक्षार्थी

हरीश रावत कैबिनेट की घोषणा के‌ तुरंत बाद तत्कालीन जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने तबके उप जिलाधिकारी एपी बाजपेई, पूर्व विधायक करन माहरा के साथ क्षेत्र में मैदान के लिए भूमि का निरीक्षण किया इसके लिए चिलियानौला में भी जगह देखी गई, लेकिन उस स्थान पर सड़क आड़े आ रही थी। बाद में तत्कालीन जिलाधिकारी ने राय स्टेट स्थित पडौली कंपाट को खेल मैदान के लिए उपयुक्त बताया और खेल विभाग से भूमि हस्तांतरण के लिए वन विभाग को प्रपत्र भेजने के निर्देश दिए थे।

यह भी पढ़ें 👉  अंडर-19 पुरुष जिला लीग में आज के मैच में रानीखेत क्रिकेटर्स ने अल्मोड़ा चैलेंजर को 252 रन से हराया

बता दें कि तब यहां स्टेडियम के लिए 50 हजार वर्ग मीटर भूमि की जरूरत बताई गई थी वहीं चयनित भूमि 4.99 हेक्टेयर है। जिला क्रीड़ा विभाग की ओर से भूमि हस्तांतरण के लिए वन विभाग के साथ पत्र -प्रपत्र की कार्यवाही गतिमान थी।अब एक बार फिर से रानीखेत में स्टेडियम निर्माण के लिए प्रशासनिक कसरत शुरू हो गई है।आज जिला क्रीड़ा अधिकारी महेशी आर्या ने पूर्व उप जिला क्रीड़ा अधिकारी जुवैद अहमद , ज़िला हाकी संघ अध्यक्ष अगस्त लाल साह आदि के साथ पडौली कम्पाट की भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया।

यह भी पढ़ें 👉  हेमंत द्विवेदी को श्री बद्रीनाथ एवं केदारनाथ मंदिर समिति का अध्यक्ष मनोनीत किया गया, दो उपाध्यक्ष भी बनाए गए