रानीखेत छावनी से नागरिक क्षेत्र को पृथक करने की मांग पर धरना-प्रदर्शन का 46वें दिन में प्रवेश, सरकार ने अब तक नहीं लिया आंदोलन का संज्ञान
रानीखेत: रानीखेत छावनी से नागरिक क्षेत्र को पृथक कर रानीखेत-चिलियानौला नगर पालिका परिषद में शामिल किए जाने की मांग को लेकर रानीखेत विकास संघर्ष समिति का धरना -प्रदर्शन आज बारिश के मौसम में भी जारी रहा। इधर, आंदोलन 46 वें दिन में प्रवेश कर गया है लेकिन संघर्ष समिति की एक सूत्रीय मांग पर कोई कार्रवाई होती दिखाई नहीं दे रही है।
रानीखेत छावनी से नागरिक क्षेत्र को पृथक करने की मांग पर यहां मौसम की खराबी के बावजूद गांधी पार्क में नागरिक 46वें दिन भी धरना-प्रदर्शन में डटे रहे। इधर एक सूत्रीय मांग पर सरकार असंवेदनशील बनी हुई और अब तक सरकारी स्तर पर आंदोलन का संज्ञान लेने की बात सामने नहीं आई है। संघर्ष समिति की नज़र अब तीन मई को होने वाली कैबिनेट बैठक पर टिकी हैं। संघर्ष समिति को भरोसा है कि कैबिनेट बैठक के माध्यम से केंद्र सरकार को रानीखेत सिविल एरिया को छावनी से डि-नोटिफाइड करने का प्रस्ताव भेजा जा सकता है।
आज धरना प्रदर्शन में वरिष्ठ नागरिक, व्यापारी और होटल एसोसिएशन के सदस्य शामिल रहे।