केवि रानीखेत में संपन्न कला उत्सव में छाई रहीं कला प्रतिभाएं, दृश्य कला में जहां केवि कौसानी का दबदबा तो स्वदेशी खिलौने में केवि ग्वालदम अव्वल
रानीखेत: एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय रानीखेत में मंगलवार को सम्पन्न हुए कला उत्सव में विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में प्रतिभागी केंद्रीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने अपनी कला प्रतिभा का भरपूर प्रदर्शन किया। दृश्य कला आकार-2 प्रतियोगिता में जहां मुक्तेश्वर और धारचूला क्रमशः प्रथम, द्वितीय स्थान पर रहे वहीं दृश्य कला आकार-3 प्रतियोगिता में केवि कौसानी का दबदबा रहा। प्रतियोगिताएं देर शाम तक चलीं।
कला उत्सव अन्तर्गत हुई स्वदेशी खिलौने और खेलों की प्रतियोगिता में प्रियदर्शन पिमोली केवि ग्वालदम ने प्रथम (बायज़ कैटेगरी) और पलक वर्मा केवि कौसानी ने प्रथम (गर्ल्स कैटेगरी) प्राप्त किया। एकल नाट्य अभिनय में केवि बागेश्वर के प्रियांशु राज और बबिता दानू अव्वल रहे, वहीं दृश्य कला आकार 2 में केवि मुक्तेश्वर के कृष्णा बिष्ट और केवि धारचूला की अपीना गुंज्याल प्रथम रहीं।दृश्य कला आकार-3 प्रतियोगिता में केवि कौसानी के नारायण सिंह रौथाण और नम्रता तिवारी प्रथम स्थान पर रहे।
इसी क्रम में हुई लोक नृत्य प्रतियोगिता में केंद्रीय विद्यालय बीएचईएल हरिद्वार के हर्ष चौहान प्रथम व केंद्रीय विद्यालय कौसानी की गरिमा जोशी प्रथम स्थान पर रहीं। शास्त्रीय नृत्य का खिताब केवि पिथौरागढ़ की निधि अधिकारी के नाम रहा।ताल वाद्य संगीत में केवि पिथौरागढ़ के कार्तिक पंत प्रथम रहे वहीं वाद्य संगीत में केवि धारचूला के ध्रुव नागन्याल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
पारम्परिक गायन में केवि पिथौरागढ़ की रश्मि रजवार प्रथम,केवि धारचूला के रक्षित गुंज्याल द्वितीय,केवि धारचूला की आकांक्षा तिवारी तृतीय रहे।समूह नृत्य में केवि बीएच ईएल हरिद्वार प्रथम,केवि अल्मोड़ा द्वितीय स्थान पर रहे। समूह गीत में भी केवि बीएच ईएल हरिद्वार प्रथम स्थान पर रहा। शास्त्रीय संगीत गायन में केवि धारचूला के ध्रुव नागन्याल प्रथम और केवि बीएचईएल की कृपा द्वितीय स्थान पर रहे।
ध्यातव्य है कला उत्सव में केंद्रीय विद्यालयों की आठ टीमों ने प्रतिभाग किया जिसमें क्रमशः
केंद्रीय विद्यालय पिथौरागढ़, केंद्रीय विद्यालय बीएचईएल हरिद्वार, केंद्रीय विद्यालय धारचूला, केंद्रीय विद्यालय कौसानी ,केंद्रीय विद्यालय मुक्तेश्वर ,केंद्रीय विद्यालय ग्वालदम, केंद्रीय विद्यालय अल्मोड़ा , केंद्रीय विद्यालय बागेश्वर शामिल रहे।