छावनी परिषद नहीं ले रहा बदहाल होते शास्त्री पार्क की सुध, शरारती तत्व कर रहे हैं लालबहादुर शास्त्री की मूर्ति से छेड़छाड़

रानीखेत -छावनी परिषद की लापरवाही से शास्त्री पार्क बदहाल स्थिति में है। पार्क में आमजन के बैठने के लिए बनाए गए बैंच व दीवारें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। असमाजिक तत्वों ने शरारतन पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मूर्ति से भी छेड़छाड़ करना शुरू कर दिया है।
छावनी नगर की निचली रिहायशी बसासत के बीच दशकों पहले निर्माणित लाल बहादुर शास्त्री पार्क मौजूदा वक्त में बदहाल स्थिति में है। छावनी परिषद को इस पार्क की याद साल में एक दिन 2 अक्टूबर को शास्त्री जी के जन्म दिवस पर आती है जब मार्ग में थोड़ा बहुत चूना और मूर्ति पर एक अदद फूलमाला डालकर औपचारिकता निभा दी जाती है। बाकी साल भर इस पार्क को आवारा पशु गुलजार करते हैं।दो साल पहले आवारा सांडों की लड़ाई में टूटी पार्क की उत्तरी दीवार आज तक दुरूस्त नहीं की जा सकी है। पार्क के भीतर पैदल पाथ भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। आमजन के लिए बैठने के लिए बनाई बैंच भी टूट चुकी हैं।पार्क के भीतर बढ़ती घास बकरियों व गायों को आमंत्रित कर रही है। वर्षों से पार्क में रंग-रोगन नहीं हुआ है।दो अक्टूबर को पार्क के गेट से फर्श में दो -तीन किलो चूना जरूर डाल दिया जाता है। बीते दिनों से असमाजिक तत्वों ने शरारतन शास्त्री जी की प्रतिमा पर कैप पहनाई हुई है।इतना सब होने के बावजूद छावनी परिषद पार्क की सुध लेने को तैयार नहीं है।
पार्क की स्थिति बदहाल होने के कारण सुबह और शाम यहां बच्चे खेल नहीं पा रहे हैं,जमीन उबड़खाबड़ होने के कारण बच्चों के गिरने का खतरा है। वहीं पार्क में पेड़ पौधे भी सिरे से नदारद हैं।
छावनी परिषद ने पार्क की स्थिति सुधारने के बजाय इससे मुंह मोड़ दिया है। जबकि, पूर्व में नागरिक कई बार पार्क की स्थिति सुधारने के लिए गुहार भी लगा चुके हैं।रानीखेत में बदहाल शास्त्री पार्क और लाल बहादुर शास्त्री की मूर्ति की स्थिति चिंताजनक है। पार्क में रखरखाव की ओर ध्यान दिए जाने की ज़रूरत है।पार्क में रंग-रोगन, चाहरदीवारी व बैंच निर्माण, साफ सफाई,और मूर्ति की उचित देखभाल के लिए पार्क में पथ प्रकाश, सीसीटीवी कैमरा लगाया जाना भी जरूरी है। शास्त्री जी की जयंती ढाई माह बाद आ रही है।क्या छावनी परिषद उससे पहले पार्क की मरम्मत व सौंदर्यीकरण पर ध्यान देगा ?या फिर इस वर्ष भी दो किलो चूना छिड़क और मूर्ति पर एक अदद माला डालकर अपनी जिम्मेदारी निभाने का काम करेगा?











