रानीखेत में कांग्रेस ने गोष्ठी कर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 107वीं जयंती पर किया उनका भावपूर्ण स्मरण
रानीखेत -भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 107वीं जयंती के अवसर पर रानीखेत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।
नगर कांग्रेस कमेटी रानीखेत ने गोष्ठी आयोजित कर लौह महिला,पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी एवं रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर भावपूर्ण स्मरण किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इंदिरा गांधी का जीवन राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है। यह दिन देश की विविधता और एकता का जश्न मनाने का अवसर है। कांग्रेस ने 1985में आज का दिन राष्ट्रीय एकता दिवस दिवस घोषित किया था।
कांग्रेस पीसीसी सदस्य कैलाश पांडे ने कहा कि इंदिरा जी ने भारत की विविधता और एकता को बनाए रखने के लिए कठिन प्रयास किए। उनका निर्णायक नेतृत्व 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में दिखा, जिसके परिणाम स्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ। नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट ने कहा कि इंदिरा जी की दृढ़ता और मजबूत नेतृत्व के कारण ही उन्हें लौह महिला कहा गया। गोष्ठी में वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरता को नमन करते हुए अंग्रेजों के खिलाफ उनकी शौर्य गाथा को भी याद किया किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट एवं संचालन विधानसभा को-आर्डिनेटर कुलदीप कुमार ने किया। गोष्ठी व श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पीसीसी सदस्य कैलाश पाण्डे, महिला जिलाध्यक्ष गीता पवार, वरिष्ठ कांग्रेसी पंकज गुरुरानी, रमेश पंत, यूथ कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष नीरज वाल्मीकि, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीप उपाध्याय, मो. शहनवाज, गोविंद राम, विशाल आदि कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।