रानीखेत महाविद्यालय में मनाई गई स्वतंत्रता सेनानी जय दत्त वैला जयंती — राष्ट्रसेवा की भावना से परिपूर्ण रहा आयोजन

रानीखेत -स्व. श्री जय दत्त वैला महाविद्यालय, रानीखेत में स्व. श्री जय दत्त वैला जयंती सादगी व श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत एक भव्य एवं अनुशासित पदयात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य, समस्त प्राध्यापकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साह, अनुशासन एवं पूर्ण समर्पण भाव के साथ सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की।
पदयात्रा के दौरान प्रतिभागियों ने सफेद वस्त्र धारण कर एकता, शांति एवं स्वच्छता का संदेश दिया । वहीं ‘स्व. जय दत्त वैला अमर रहें’ जैसे गगनभेदी नारों से सम्पूर्ण वातावरण राष्ट्रप्रेम की ऊर्जा से गुंजायमान हो उठा, जिसने उपस्थित जनमानस के हृदयों में प्रेरणा, नवचेतना एवं राष्ट्रीय चेतना का संचार किया।”
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. महिराज मेहरा द्वारा स्व. श्री जय दत्त वैला के जीवन चरित्र एवं स्वतंत्रता संग्राम में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर एक प्रेरणादायी व्याख्यान दिया गया। वहीं वरिष्ठ प्राध्यापक, प्रो. पी. एन. तिवारी ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में स्वतंत्रता के महत्व पर प्रकाश डाला और युवाओं को उसकी प्रासंगिकता से अवगत कराया। प्राचार्य प्रो. पुष्पेश पांडेय ने सभी विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुये कहा कि उन्हें शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक समस्याओं और चुनौतियों से भी साक्षात्कार करना चाहिए, ताकि वे केवल शैक्षिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि समाज के जिम्मेदार नागरिक के रूप में भी खुद को सशक्त बना सकें। उन्होंने विद्यार्थियों को समाज में व्याप्त विविध समस्याओं के प्रति संवेदनशील होने और उनका समाधान खोजने की दिशा में सक्रिय योगदान देने की प्रेरणा दी।
इस आयोजन में समस्त प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं कर्मचारीगण की सक्रिय सहभागिता रही। कार्यक्रम की रूपरेखा, मुख्यमंत्री नवाचार योजना समिति की समन्वयक डॉ. बरखा रौतेला एवं उनकी टीम द्वारा तैयार की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रेखा भट्ट ने किया। समिति के सदस्य डॉ. किरण पंत, डॉ. नीतिका एवं डॉ. कुसुम की गरिमामयी उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम में डॉ. निर्मला जोशी (संगीत), डॉ. प्राची जोशी, डॉ. प्रसून जोशी, डॉ. रश्मि रौतेला, डॉ. दीपा पांडे (इतिहास) एवं अन्य प्राध्यापकगण उपस्थित रहे, जिनकी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी गरिमा एवं सांस्कृतिक महत्त्व प्रदान किया। इसके साथ ही कार्यक्रम के अंत में मिष्ठान वितरण भी किया गया, जो सभी उपस्थित जनों के बीच एकता और सौहार्द्र का प्रतीक बना. अंत मे यह कार्यक्रम महाविद्यालय में राष्ट्रभक्ति, प्रेरणा एवं सांस्कृतिक चेतना का संदेश लेकर संपन्न हुआ।



