गुरिल्ला रथ यात्रा पहुंची रानीखेत, गुरिल्ला नेतृत्व ने कहा- केंद्र सरकार एस एसबी की सिफारिशों को अविलम्ब लागू करें।
रानीखेत: अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में गुरिल्लों के धरने को पांच हजार दिन पूरे होने पर निकाली गयी रथयात्रा आज मछोड़,भतरौंजखान होते हुए रानीखेत पहुंची।सुभाष चौक रानीखेत में पत्रकारों से बात करते हुए एस एस बी स्वयं सेवक कल्याण समिति के अध्यक्ष ब्रह्मा नंद डालाकोटी ने कहा कि आतंकवादी, अलगाववादी घटनाओं को रोकने, सीमाओं से घुसपैठ रोकने में आज भी गुरिल्लायुक्त सुरक्षा प्रणाली उतनी ही कारगर सिद्ध होगी जितनी 1963 में गठन के समय थी।
उन्होंने कहा कि गुरिल्लों ने पूर्वोत्तर में देश विरोधी संगठनों को मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया,आज भी यदि जम्मू-कश्मीर, मणिपुर सहित सभी अशांत क्षेत्रों में उन्हें तैनात किया जाय तो अपनी विशिष्ट कार्य पद्धति, स्थानीय भाषा बोली और साधारण कद-काठी के चलते सरकार को सटीक जानकारी दे सकते हैं और सरकार ऐसे तत्वों से आसानी से निपट सकती है ।उन्होंने कहा गुरिल्लों ने अपनी जवानी वर्ष दर वर्ष होने वाले प्रशिक्षणों में,लगाई, प्रौढ़ावस्था आंदोलन में अब मजबूर होकर जनता की अदालत में अपनी बात कहने आये हैं और जनता से अपेक्षा है वह अपने स्तर से हमारी बात सरकार तक पहुंचाये। हमारी मांग है कि केन्द्र सरकार हमारी बात सुने और एस एस बी सिफारिशों को लागू करे।सत्यापन से बंचित गुरिल्लों का सत्यापन करे तथा राज्य सरकार गुरिल्लों के लिए जारी शासनादेशों,समय समय पर लिए गये निर्णयों का अनुपालन करे।
पत्रकार वार्ता में संगठन के जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, रानीखेत प्रभारी रामेश्वर गोयल,अनिल पंत, त्रिलोक सिंह अधिकारी, दीवान महरा,ललिता उप्रेती,कमला पंत, शंकर सिंह बिष्ट,प्रमोद गयाल आदि उपस्थित थे।