पी जी कॉलेज रानीखेत में भारत के गुमनाम नायकों पर छात्राओं ने दिखाया वक्तृत्व कौशल, पल्लवी, सुमन,दीक्षा और मानवी रहे विजेता
रानीखेत -स्व जय दत्त वैला राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत इतिहास विभाग में इतिहास परिषद के तत्वाधान में “उत्तराखंड तथा भारत के गुमनाम नायक” विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई।
प्रतियोगिता में बहुत से ऐसे नायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बारे में चर्चा की गई जिनसे अधिकांश जनता अनभिज्ञ है। इस प्रतियोगिता में लगभग 50 छात्र-छात्राओं में प्रतिभाग किया, जिसमें बी ए पंचम सेमेस्टर की आंचल परगई ने मैडम भीकाजी कामा पर, दीपिका रावत ने दुर्गा देवी पर, सुनीता रावत ने लिओनार्दो दा विंची पर ,बीए प्रथम सेमेस्टर की सुमन ने महर्षि सुश्रुत पर ,निशा गोस्वामी ने राधा विनोद पाल पर, मानसी फुलोरिया ने गरुड़ बागेश्वर के राम सिंह चौहान पर, वैभव ने संग्राम सिंह पर, एम ए तृतीय सेमेस्टर की छात्रा पल्लवी कुवाबी ने खडगोली रानीखेत के हीरा बल्लभ तिवारी पर, दीक्षा बिष्ट थाना गोलू क्षेत्र के श्री चेतराम भट्ट,बी ए प्रथम सेमेस्टर की चेतना तिवारी तथा गीतांजलि जोशी ने अपने जोशीले व्याख्यान दिए।
इस व्याख्यान प्रतियोगिता का संयोजन इतिहास विभाग की प्रभारी डॉक्टर दीपा पांडे , डॉ महिराज मेहरा तथा मंच संचालन डॉक्टर पंकज प्रियदर्शी ने किया । प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में डॉक्टर नमिता मिश्रा तथा डॉक्टर निधि पांडे थे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर पल्लवी कुवार्बी और द्वितीय स्थान पर कुमारी सुमन तथा तृतीय स्थान पर दीक्षा बिष्ट और मानसी फुलोरिया रहे। पुरस्कार वितरण महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर पुष्पेश पांडे द्वारा किया गया ।