अगस्त क्रांति पर याद किए गए आज़ादी के मतवाले, रानीखेत में कांग्रेस ने किया स्वतंत्रता संग्रामियों का भावपूर्ण स्मरण
रानीखेत– शुक्रवार को यहां अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर काग्रेसियों ने आजादी के लिये बलिदान देने वाले अमर सपूतों तथा ब्रितानी हुकूमत से लोहा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का भावपूर्ण स्मरण किया।
वक्ताओं ने कहा कि मुंबई में भड़की क्रांति की चिंगारी पूरे देश के साथ ही रानीखेत में भी पहुंची थी। जिन बलिदानी क्रांतिवीरों की बदौलत आजादी मिली, उनके सपनों के राष्ट्र निर्माण में हाथ बंटाने का संकल्प भी लिया गया।
कांग्रेस पीसीसी सदस्य कैलाश पांडे की अध्यक्षता में गोष्ठी हुई। पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने देश के अमर सपूतों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया। पांडे ने कहा कि वर्ष 1942 में मुंबई अगस्त क्रांति मैदान में नौ अगस्त को महात्मा गाधी के नेतृत्व में पं.जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलना आजाद, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, श्रीराज गोपालाचार्य, अशोक मेहता आदि क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के खिलाफ निर्णायक जंग का ऐलान किया। मुंबई में बुलंद हुए ‘अंग्रेजो भारत छोड़ो’ का नारा संपूर्ण भारत समेत रानीखेत तक भी पहुंचा।
वक्ताओं ने कहा कि यहां ब्रितानी शासक के निर्देश पर पुलिस ने दमन शुरू किया। रानीखेत मोटर कंपनी के पास काग्रेस पार्टी के कार्यालय से पं.जयदत्त वैला, भूपाल सिंह खाती, मनोहर भट्ट आदि आजादी के दीवाने गिरफ्तार कर अलग अलग जेलों में बंद कर दिये गये। कहा गया कि उन्हीं महान क्रांतिकारियों के त्याग व बलिदान की बदौलत भारत आजाद हुआ।
एक सुर से स्वतंत्रता सेनानियों व अमर सपूतों के विचारों को आत्मसात कर देश की अखंडता के लिये कदम बढ़ाने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर कांग्रेस जनों ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पंडित देवकीनदंन पाण्डे पद्मश्री, पंडित मदन मोहन उपाध्याय, रामसिंह बिष्ट ,पं कमलाकान्त तिवारी ,भगीरथ पाण्डे ,देव सिंह कुवार्बी ,पद्मा दत्त तिवारी ,बुद्धि सिंह सहित समस्त स्वतंत्रता सेनानियों को भी भावपूर्ण नमन स्मरण किया गया। गोष्ठी में पीसीसी सदस्य कैलाश पाण्डे,नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट, विजयी तिवारी, पंकज जोशी अगस्त लाल साह, विश्व विजयी सिंह माहरा कुलदीप कुमार हबीब भाई आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।