जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर जीएस एम राजकीय चिकित्सालय की पहल पर सैन्य चिकित्सालय और कैंट अधिकारियों के साथ हुई बैठक

रानीखेत – जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर गोविंद सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय के नोडल अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने सैन्य चिकित्सालय और छावनी परिषद के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के उचित वर्गीकरण और निपटान पर विस्तार से चर्चा की।
जीएमएस राजकीय चिकित्सालय के नोडल अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने रानीखेत के सैन्य चिकित्सालय के कमांडिंग ऑफिसर डॉ. प्रभाकर गुप्ता और कर्नल डॉ. वी. बी. पांडे , छावनी परिषद सीईओ कुनाल रोहिला और सेनेटरी इंस्पेक्टर चंदन कुमार के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन पर चर्चा की जो स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है।
बैठक कुमाऊँ मंडल के निदेशक डॉ. के. के. पांडे के निर्देशन और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर. के. वर्मा के पर्यवेक्षण में आयोजित की गई थी। इस पहल का उद्देश्य जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाना है।
डॉ दीपक शर्मा ने बताया कि छावनी परिषद और सैन्य चिकित्सालय दोनों ही गोविंद सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय के साथ जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के उचित वर्गीकरण और निपटान के लिए एकजुट हैं।भविष्य में भी जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के सुधार के लिए अल्प समय में इन विभागों के साथ बार-बार इस प्रकार की औपचारिक बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिससे हम अपने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुरक्षित और स्वच्छ बना सकें। हम जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में और अधिक सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए हम निरंतर प्रयासरत रहेंगे।



