‘कुमाऊं टाइगर’ स्वतंत्रता सेनानी पं मदनमोहन उपाध्याय की 46वीं पुण्यतिथि पर नागरिकों ने किया उनका भावपूर्ण स्मरण
रानीखेत– महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. मदनमोहन उपाध्याय की 46वीं पुण्यतिथि पर आज यहां सुभाष पार्क में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया।पं उपाध्याय को श्रद्धांजलि देते हुए वक्ताओं ने उन्हें अदम्य साहस और चातुर्य से भरपूर सेनानी बताया और आज़ादी की लड़ाई के दौरान के उनके श्रुत किस्सों को याद किया।
भारत छोड़ो आंदोलन में प्रभावी योगदान के कारण कुमाऊं टाइगर नाम से प्रसिद्ध पं मदनमोहन उपाध्याय को याद करते वक्ताओं ने उन्हें महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बताते हुए कहा कि मदन मोहन उपाध्याय के सिर पर ब्रिटिश सरकार ने ₹1000 का इनाम घोषित किया था इनाम की इतनी बड़ी राशि देश के कुछ चुनिंदा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के ऊपर थी। कहा कि आज़ादी के बाद 1952 में वह पहले विधानसभा चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी की ओर से रानीखेत से विधायक चुने गए, उत्तर प्रदेश विधान मंडल के उपाध्यक्ष रहे, रानीखेत, द्वाराहाट क्षेत्र के आधारभूत विकास के लिए उनके द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए,जिनमें रानीखेत का प्रसिद्ध सिविल अस्पताल, रानीखेत का विद्युतीकरण और द्वाराहाट रानीखेत मोटर मार्ग जैसे निर्माण कार्य महत्वपूर्ण हैं। 1 अगस्त 1978 में रानीखेत में मदन मोहन उपाध्याय का देहावसान हुआ।
श्रद्धांजलि सभा में छावनी परिषद एकल सदस्य मोहन नेगी, सांस्कृतिक समिति अध्यक्ष विमल सती, महेंद्र सिंह रौतेला, हरीशचंद्र पन्त, सहित अनेक लोग मौजूद रहे।