REAPऔर USRLMद्वारा ताड़ीखेत में आयोजित स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यशाला में आमंत्रित न किए जाने से क्षेत्र प्रमुख ख़फा, बताया सरकारी पैसे की बंदरबांट
रानीखेत: ताड़ीखेत विकास खंड के श्रद्धानंद मैदान में आज स्वरोजगार को बढ़ावा देने और पलायन रोकने के उद्देश्य से एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें महिला समूहों को बिच्छू घास से रेशा, धागा एवं कपड़ा तैयार करने के सम्बन्ध में जानकारी दी गई।इस कार्यक्रम में आमंत्रित न किए जाने से ताड़ीखेत के क्षेत्र प्रमुख ने नाराजगी जाहिर की है।
क्षेत्र प्रमुख हीरा सिंह रावत ने वक्तव्य जारी कर कहा है कि विकास खंड में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र प्रमुख को आमंत्रित न करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में केवल सरकारी पैसों का दुरूपयोग किया गया है। कार्यक्रम से ग्रामीण जनता को कोई भी लाभ नहीं मिला। शिविर में ग्रामीण जनता, दिव्यांगों, बुजुर्गों एवं महिलाओं की समस्याओं का निराकरण होना चाहिए था, क्योंकि जिले के सभी अधिकारी मौजूद थे, अफ़सोस की यह शिविर केवल सरकारी पैसे के बंदरबांट के लिए लगाया गया। उन्होंने कहा कि जनता प्राचीन काल से बिच्छु घास का उपयोग करती आ रही है। सरकारी मौज के लिए जनता को मूर्ख बनाओगे तो जनता बिच्छू लगाना भी जानती है।