उत्तराखंड के‌ शिक्षकों ने गुवाहाटी में बिखरे उत्तराखंडी संस्कृति के रंग, अर्जित की मुक्तकंठ प्रशंसा

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रानीखेत -भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा सांस्कृतिक श्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र गुवाहाटी (असम) में 16 अक्टूबर 2024 से 25 अक्टूबर 2024 तक “सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासतों के संरक्षण में विद्यालय की भूमिका “विषय के ऊपर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में देश के 14 राज्यों के 70 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस कार्यशाला में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व 6 शिक्षकों द्वारा किया गया जो कि अब वापस उत्तराखंड लौट आया है।

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इसमें राजकीय इंटर कॉलेज शेर जनपद अल्मोड़ा के रसायन विज्ञान प्रवक्ता दीपक चंद्र बिष्ट के साथ डॉ जय प्रकाश आर्य (जनपद अल्मोड़ा), श्रीमती नीलम बधानी( जनपद उत्तरकाशी) डॉ नेहा अग्रवाल ,हीरा बिष्ट ,सोनिया (जनपद टिहरी गढ़वाल) ने प्रतिभाग किया। इस कार्यशाला में प्रतिभागियों द्वारा उत्तराखंड के विभिन्न रीति रिवाज ,पर्यटक स्थल ,धार्मिक स्थल, खानपान ,वेशभूषा, उत्तराखंड के महान व्यक्तित्व आदि का वर्णन प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया। प्रतिभागियों द्वारा उत्तराखंड की संस्कृति को दर्शाने के लिए झोड़ा ,न्योली, छोलिया आदि नृत्य एवं गायन का प्रदर्शन किया गया। समस्त 14 राज्यों के प्रतिभागियों द्वारा उत्तराखंड राज्य की संस्कृति को सराहा गया। इस अवसर पर राज्य के प्रतिनिधियों को उत्तर पूर्व की संस्कृति को जानने का अवसर प्राप्त हुआ। प्रतिभागियों द्वारा प्राप्त ज्ञान का प्रयोग उत्तराखंड में विद्यालयों के विकास एवं छात्र-छात्राओं के ज्ञान में वृद्धि के लिए किया जाएगा।

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