आक्रोशित ग्रामीणों ने पिंजरे में बंद गुलदार को घासफूस डालकर आग लगा दी,गुलदार की मौत
उत्तराखंड: पॉबो विकासखंड के सपलोड़ी गांव में पिंजरे में बंद गुलदार को आक्रोशित ग्रामीणों ने घास फूस डालकर आग के हवाले कर दिया जिसके बाद गुलदार की मौत हो गई। वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा रोके जाने एवं समझाने के बाद भी ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। गुलदार की मौके पर ही मौत हो जाने के बाद वन कर्मी इसे लेकर नागदेव रेंज ले आए जहां इसक पोस्टमार्टम करने के बाद इसे नष्ट कर दिया गया ।
जानकारी के अनुसार सपलोड़ी गांव की महिला सुषमा देवी को गुलदार ने विगत 15 मई को जंगल से लौटते वक्त अपना निवाला बना लिया था जिसकी सूचना के बाद वन विभाग के कर्मी वहां पहुंचे और उन्होंने गश्त बढ़ाने के साथ ही वहां पिंजरा लगा दिया। गुल दार कुछ दिनों के बाद पिंजरे में फस गया। जिस की जानकारी ग्रामीणों को लग गई आक्रोशित ग्रामीण मौके पर पहुंचे और अपने आक्रोश के चलते उन्होंने वन कर्मियों के समझाने बुझाने तथा रोके जाने के बावजूद घास फूस पिंजरे के अंदर ठूस दी और बाहर से आग लगा दी। इस घटना की जानकारी वन विभाग के आला अधिकारियों को होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया वन रेंजर अनिल भट्ट को आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
विकासखंड पाबो के सपलोडी गांव के समीप पिंजरे में फंसे गुलदार को जलाए जाने के मामले में नागदेव रेंज के अनुभाग के वन दरोगा सतीशचंद्र ने थाने में तहरीर दी है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि जब वन विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी पिंजरे में फंसे गुलदार को मौके से रेंज कार्यालय नागदेव ले जा रहे थे तो करीब 150 पुरुष महिलाओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की की।
ग्राम प्रधान अनिल कुमार ग्रामसभा सपलोडी द्वारा करीब 150 पुरुष महिलाओं को एकत्रित कर उक्त पिंजरे में बंद गुलदार को वन विभाग के कर्मचारियों से धक्का-मुक्की कर, पिंजरे छीन कर तथा उसके ऊपर घास डालकर आग लगा दी गई। जिससे तथा उक्त गुलदार को मौके पर जलाकर मार दिया गया।
तहरीर के आधार पर ग्राम प्रधान अनिल कुमार, देवेंद्र, हरि सिंह रावत, सरिता देवी, विक्रम सिंह समेत करीब 150 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा, वन कर्मियों पर हमला कर पिंजरे को छीन कर आग लगाकर गुलदार को मार देने के संबंध में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। कोतवाल विनोद गुसाई ने बताया कि मामले की जांच पुलिस चौकी पाबौ प्रभारी दीपक पंवार को सौंप दी है।