त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के रंग: कहीं सगे भाई तो कहीं देवरानी- जेठानी जीते तो कहीं लाटरी से हुआ फैसला

उत्तराखंड पंचायत चुनाव के नतीजे जारी हो रहे हैं। जिसमें अलग अलग क्षेत्रों से अनोखी तस्वीरें देखने को मिल रही है।कुछ जगह एक ही परिवार के सदस्यों की भी जीत हुई है। कहीं देवरानी और जेठानी एक साथ चुनाव जीतीं हैं, तो कुछ जगहों पर सगे भाई चुनाव जीते हैं।
उत्तराखंड में क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत की कुछ सीटों पर एक ही परिवार के दावेदारों ने जीत हासिल की है। धनौला क्षेत्र पंचायत सीट से जहां जेठानी प्रधान बनीं, देवरानी क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनी गई हैं।धनौला क्षेत्र पंचायत सीट से साक्षी थापा विजयी हुई हैं, जबकि धनौला ग्राम पंचायत सीट से सोनिया थापा प्रधान चुनी गई हैं। साक्षी थापा देवरानी हैं और सोनिया जेठानी है। दोनों पहली बार मैदान में उतरीं और विजयी हुईं। दोनों ने बताया कि परिवार ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। साक्षी 23, जबकि सोनिया 30 वोटों से जीती हैं। चुनाव जीतने के बाद दोनों ने एक दूसरे को गले लगाकर बधाई दी।
ऐसे ही बड़ासी ग्रांट से अरविंद कुमार क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए हैं। उनके भाई राहुल बड़ासी ग्राम पंचायत सीट पर प्रधान चुने गए हैं। दोनों भाई अपना कारोबार करते हैं।
कई जगहों पर मुकाबला बेहद कांटे का रहा। कहीं एक वोट ने जीत-हार तय की, तो कहीं पर्ची और टॉस ने किस्मत का फैसला किया। चकराता, रुद्रप्रयाग और चमोली जैसी जगहों पर प्रत्याशी बराबर मतों के साथ पहुंचे। फिर पंचायत का प्रधान पर्ची , टॉस से तय हुआ। भाग्य ने जिसका साथ दिया उसे मुखिया घोषित किया गया।
चकराता के पेनुवा पंचायत से प्रधान पद पर अंकिता एक वोट से जीतीं। दिलचस्प मुकाबले में अंकिता को 134 व राधा देवी को 133 वोट मिले और पांच वोट रद्द हुए।
रुद्र्प्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ग्राम कांदी गांव में पर्ची से लक्ष्मी देवी प्रधान घोषित हुई। उन्हें और पूनम देवी को 168-168 मत मिले। जिलाधिकारी प्रतीक जैन की मौजूदगी में पर्ची से निर्णय हुआ।
नारायणबगड़ में ग्राम पंचायत कोट के प्रधान पद पर रजनी देवी और कुलदीप सिंह को 72-72 मत प्राप्त हुए। उसके बाद पुनः मतगणना कराई गई। जिसमें रजनी देवी को 73 और कुलदीप सिंह को 72 मत मिले। इस तरह रजनी देवी एक वोट से चुनाव जीत गई।
द्वाराहाट ब्लॉक की गढ़वाली पपोली ग्राम पंचायत में प्रधान पद के चुनाव में कल्पना बिष्ट और गीता भट्ट को 155-155 वोट मिले। बराबर मत मिलने पर लाटरी का सहारा लिया गया जिसमें कल्पना बिष्ट (Kalpana Bisth) विजयी रहीं। कुल 311 वोट पड़े जिनमें से एक अवैध था। दोनों प्रत्याशियों की सहमति से लाटरी द्वारा निर्णय लिया गया।
.चमोली जिला मंडल घाटी में सबसे कम उम्र के प्रधान टॉस से बने। दशौली के बणद्वारा के 23 साल के नितिन प्रधान बने। प्रतिद्धंदी रविन्द्र और नितिन को 138-138 वोट मिले, जिसके बाद टॉस से हुआ निर्णय।

