प्रकृति की गोद में मात्रिका आर्ट गैलरी का उद्घाटन, कार्बेट पार्क व बिनसर महादेव आने वाले सैलानियों को आकर्षित करेगी गैलरी

रानीखेत – रानीखेत- रामनगर रोड पर स्थित तिमिला गाँव में चित्रकार व शिक्षक प्रकाश पपनै द्वारा स्थापित “मात्रिका आर्ट गैलरी” का उद्घाटन सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक चन्द्रशेखर पपनै व श्रीमती बसन्ती पपनै द्वारा फीता काटकर किया गया। उम्मीद की जा रही है कि यह गैलरी कार्बेट पार्क और बिनसर महादेव आने वाले सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनेगी।
अपने उद्घाटन सम्बोधन में श्री पपनै द्वारा प्रकाश पपनै की वर्षो की मेहनत, लगन , समर्पण व त्याग के परिणाम स्वरूप ” “मात्रिका आर्ट गैलरी ” की संरचना अपना आकार ले पायी है।कार्यक्रम को रमेश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा सम्बोधित करते हुए प्रकाश पपनै की संरचना की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई ।
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व ग्राम प्रधान व वर्तमान प्रशासक श्रीमती पुष्पा त्रिपाठी द्वारा तिमिला गाँव में आर्ट गैलरी खोले जाने पर खुशी जाहिर की वहीं विकास उपाध्याय द्वारा चित्रकार प्रकाश पपनै के कार्य की सराहना करते हुए उत्तराखण्ड की लोक कला व परम्पराओं को अपनी तूलिका के माध्यम से विश्व पटल पर फैलाने की बात कही ।
चित्रकार प्रकाश पपनै द्वारा लोककला ऐपण व उत्तराखण्ड की विरासत को अपनी तूलिका द्वारा आधुनिक तरीके से प्रस्तुत करने की बात कहीं गई ।अपने वक्तव्य में प्रकाश पपनै द्वारा उपस्थित जनसमुदाय को सिर्फ दर्शक न कहकर कला प्रेमी का दर्जा दिया गया।
कार्यक्रम का संचालक कर रहे जगदीश उपाध्याय द्वारा प्रकाश पपने की परिकल्पना मात्रिका आर्ट गैलरी के पट्टिका पर लिखे शब्द ” भिनैर ” की व्याख्या की। कहा की उत्तराखण्ड की बाखली परम्परा में एक घर से दूसरे घर के चूल्हों को प्रज्वलित करने को भिनेर शब्द कहा जाता था जो कि नयी पीढ़ी के शब्दकोष से बाहर है ।मात्रिका आर्ट गैलरी भी भिनैर शब्द की सार्थतकता को मूर्त रूप देगी ऐसी उम्मीद है।
कार्यक्रम के समापन में चित्रकार प्रकाश पपनै द्वारा सभी उपस्थित महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।कार्यक्रम में विनय पपनै प्रवीण पपनै बसन्त बल्लभ प पनै महेश पपनै ,द्वारा सहयोग किया गया। कार्यक्रम में दिलीप बिष्ट ,भास्कर त्रिपाठी, हिमांशु पन्त, तारादत पपनै, अजय पाण्डे ,लीलाघर पपनै व तिमिला के ग्रामीण उपस्थित थे।







