पांडे दंपत्ति इस बार भी पर्यावरण प्रहरी बनकर आए आगे, हर वर्ष की तरह किया वृक्ष पौधों का रोपण, प्रतिवर्ष लगाते हैं 251वृक्षपौंध
रानीखेत :- हमेशा की तरह इस बार भी अम्याडी़ गांव के पांडे दम्पत्ति पर्यावरण प्रहरी बनकर सामने आए हैं।इस बार भी उन्होंने विभिन्न प्रजाति के 251 वृक्ष पौधों का रोपण किया।
हरियाली के मित्र के रुप में पहचान बनाते जा रहे पांडे दम्पत्ति इस बार भी अपने वृक्ष पौंध लगाने के अभियान को पूरा कर रहे हैं।इस बार इस पर्यावरण संरक्षण में जुटे दम्पत्ति ने प्रतिवर्ष की तरह 251 वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा जिसके तहत सौखोला गांव के निकट पिलखी नामक स्थान प ,उतीस,बांज,क्वेराला,जामुन,पदम, आंवला आदि प्रजाति के वृक्ष पौधों का रोपण किया गया ।इस बार वृक्ष पौंधरोपण में सेवानिवृत्त कर्नल अर्जुन सिरोही और श्रीमती नीरज सिरोही ने भी सहयोग किया।
जीहां, यहां बात हो रही है एक ऐसे दम्पत्ति की, जो क्षेत्र में अगणित पौधे लगाने का संकल्प लेने के बाद अब तक लगभग हजारों पौधे लगा भी चुके हैं और क्षेत्र के लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते आ रहे है।
सतीश पांडेय और उनकी पत्नी लीला पांडेय की प्रकृति के प्रति अटूट आस्था को इसी से समझा जा सकता है कि धरती पर हरियाली फैलाने के इस काम को वह अपने किसी घरेलू व निजी कार्य की तरह करते आ रहे हैं अब तक गांव क्षेत्र में हजारों वृक्ष पौंध निजी खर्च से लगा चुके है।सतीश इससे पहले भी वर्ष 2011से 2016 तक रानीखेत मुक्तिधाम में भी विभिन्न प्रजाति के वृक्ष पौध लगा चुके हैं जो आज संवर्धित रूप में दिखाई देते हैं।सतीश कविताओं के माध्यम से भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं।
आज भी पांडेय दम्पति न केवल वृक्ष पौध लगाता हैं बल्कि उनके संरक्षण पर भी उतना ही ध्यान देेता हैं।
वे कहते हैं कि वृक्ष लगाना अब जीवन का महत्वपूर्ण कार्य बन गया हैं ,लोगों का जीवन अमूल्य है ।वे कहते हैं कि जलवायु परिवर्तन को देखते हुए सचेत रहने की आवश्यकता है। पर्यावरण जल संरक्षण के लिए सभी को आगे आना होगा।