छावनी इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शनी एवं जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ, स्कूली बच्चे सीख रहे हैं शिल्पकला
रानीखेत – केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय अंतर्गत हस्तशिल्प सेवा केंद्र अल्मोड़ा द्वारा छावनी इंटर कॉलेज रानीखेत में आयोजित तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शनी एवं जागरूकता कार्यक्रम का शनिवार को छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी कुनाल रोहिला द्वारा शुभारंभ किया गया।
शिल्प प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी कुनाल रोहिला ने कहा कि हस्तशिल्प हमारी परंपराओं, और संस्कृति की समृद्ध कला,हमारी जीवनशैली और इतिहास से जुड़े पारंपरिक कौशल और प्रतिभा के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कार्यशाला में शामिल छात्र -छात्राओं से कहा कि हस्तशिल्प आपको रोजगार के अवसर प्रदान करता है ,आय का प्रमुख माध्यम बन सकता है।इतना ही नहीं शिल्प गतिविधियों से जुड़कर आप रचनात्मक कौशल को भी विकसित कर सकते हैं। उन्होंने कार्यशाला का भरपूर लाभ उठाते हुए तन्मयता से शिल्प कार्य सीखने को कहा।
हस्तशिल्प सेवा केंद्र की प्रभारी श्रीमती नंदी बिष्ट ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और कार्यशाला की रुपरेखा प्रस्तुत की। केंद्र की श्रीमती भूमिका ने छात्र -छात्राओं को कार्यशाला में होने वाली तीन दिवसीय गतिविधियों की जानकारी दी। छावनी इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य ललित मोहन आर्य ने कार्यशाला को बच्चों के लिए उपयोगी बताते हुए शिल्पकला सीखने पर जोर दिया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार विमल सती,हरीश लाल साह, राजेन्द्र प्रसाद पंत, सहित विद्यालय के शिक्षक -शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
कार्यशाला सभागार में आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी का भी मुख्य अधिशासी अधिकारी ने अवलोकन किया और शिल्पियों के कार्य की प्रशंसा की। प्रदर्शनी में हस्तशिल्पी भुवन चंद्र साह की बगेट से निर्मित वस्तुएं, संध्या की ऐपण व ऊनी वस्तुएं, हल्दुचौड़ से आए जगदीश पांडे की पेंटिंग्स, शीतलाखेत के महेश चंद्र आर्य का बांस शिल्प और निशा आर्या की ऐपण निर्मित वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं।