रानीखेत महाविद्यालय में दो दिवसीय बूट कैम्प का शुभारंभ , विद्यार्थियों को किया उद्यमिता एवम् स्वरोजगार के लिए जागरुक

रानीखेत – राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में सोमवार को देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत दो दिवसीय बूट कैंप का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य पुष्पेश पांडे द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
कैंप में भारतीय उद्यमिता संस्थान, अहमदाबाद, से आए डॉ सुमित कुमार मिश्रा, डॉ अनु सिंह एवं उपेंद्र विश्वकर्मा आदि सफल उद्यमियों ने विद्यार्थियों को विषय से जुड़ी जानकारियां प्रदान की।
प्राचार्य द्वारा स्थानीय सफल उद्यमियों के उदाहरण देकर विद्यार्थियों को बताया गया कि स्वरोजगार मात्र स्वयं के जीवन का ही नहीं, अपितु संपूर्ण समाज के स्तर में सुधार करता है।
साथ ही विद्यार्थियों को यह भी सचेत किया कि निष्क्रिय जीवन किस प्रकार घातक है तथा उद्यमिता का रास्ता स्वावलंबन व खुशहाली की तरफ ले जाता है।
ई०डी० आई० (अहमदाबाद) से आए प्रशिक्षक, डॉ सुमित कुमार मिश्रा, डॉ अनु सिंह द्वारा आइडिया व किस प्रकार आइडिया को एन्टरप्राईज में तब्दील किया जा सकता है विस्तृत रुप में समझाया। प्रशिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को आइडिया पर बिजनेस कैनवास मॉडल बनाने हेतु भी प्रेरित किया गया। डॉ अनु सिंह द्वारा निष्प्रयोज्य सामग्री को किस प्रकार उपयोगी उत्पाद में बदलकर, सूक्ष्म लागत लगाकर बड़े व्यापार में तब्दील किया जा सकता है विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के देवभूमि उद्यमिता योजना के संयोजक डॉ राहुल चंद्रा द्वारा स्थानीय संभावनाओं को किस प्रकार वैश्विक बनाया जा सकता है विषय पर विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में डॉ. पी. एन. तिवारी, डॉ. निर्मला जोशी, डॉ. निधि पांडे, डॉ. बरखा रौतेला, डॉ. रुचि शाह, डॉ. कोमल गुप्ता, डॉ. आरती चौहान, डॉ. शीतल चौहान, डॉ. निहारिका बिष्ट, डॉ. नीमा बोरा, डॉ. नीतिका, डॉ. मीना, डॉ किरन, डॉ.आस्था आदि मौजूद रहे। कैंप में 150 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया।

