बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट एलोपैथिक संघ उत्तराखंड ने स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन

उत्तराखंड में लंबे समय से नियुक्तियों की प्रतीक्षा कर रहे डिप्लोमा धारक एलोपैथिक फार्मासिस्टों ने अब आयुष्मान आरोग्य मंदिरों एवं वेलनेस सेंटर्स में अपनी तैनाती की माँग को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित किया है।
बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट एलोपैथिक संघ उत्तराखंड ने शुक्रवार को अगस्त्यमुनि में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले 20-22 वर्षों से फार्मासिस्ट की नई नियुक्तियाँ नहीं की गई हैं, जिससे हजारों डिप्लोमा धारक बेरोजगार हैं।
जिस पर स्वास्थ्य मंत्री द्वारा उन्हें जल्द ही इस पर सार्थक कदम उठाने का आश्वासन दिया गया।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर रावत ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में IPHS मानकों के अनुसार फार्मासिस्टों की जरूरत होने के बावजूद नियुक्तियाँ नहीं हो रही हैं, जिससे न केवल बेरोजगारों का भविष्य अधर में है, बल्कि ग्र स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं। सच न यह भी बताया कि वर्ष 2005-06 में उत्तराखंड सरकार ने 539 उपकेंद्रों पर फार्मासिस्टों की तैनाती को स्वीकृति दी थी, लेकिन आज तक उन पदों पर नियुक्ति नहीं हो सकी है। अब जब इन उपकेंद्रों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में परिवर्तित किया जा चुका है, तो IPHS मानकों के अनुसार फार्मासिस्टों की नियुक्ति की जानी चाहिए।



