देवलीखेत में शराब विरोधी आंदोलन का 20वां दिन, आंदोलनकारियों ने प्रशासन को ये दी चेतावनी

ख़बर शेयर करें -

रानीखेत – देवलीखे में शराब की दुकान खोलने और अवैध शराब की बिक्री के विरोध में ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन बीसवें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेताया की हमारी एक सूत्रीय मांग की अनदेखी न करे अन्यथा आंदोलन की रणनीति बदलने पर मजबूश्र होना पड़ेगा।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखण्ड एसटीएफ की कुमाऊँ यूनिट और साइबर थाना कुमाऊँ क्षेत्र की संयुक्त कार्रवाई में अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़

युवा सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार आर्या की अगुवाई में देवलीखेत में शराब की दुकान खोले जाने और धड़ल्ले से हो रही अवैध शराब की बिक्री के विरोध में धरना प्रदर्शन 20वें दिन भी जारी रहा।इस दौरान ग्रामीणों ने शराब की दुकान के विरोध में नारेबाजी की। धरना स्थल पर ग्रामीणों ने प्रशासन पर राजनीतिक नुमाइंदे के दबाव में जानबूझकर आंदोलन की अनदेखी करने का आरोप लगाया।धरना स्थल पर मौजूद आंदोलनकारी महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि हमारी मांग की अनदेखी करना प्रशासन को महंगा पड़ेगा। प्रशासन का यही रवैया रहा तो आंदोलन की रणनीति बदलने पर‌ विचार होगा।कहा कि गांधीवादी तरीके से अपनी मांग के‌ धरना देना शायद प्रशासन हमारी कमजोरी समझ रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  धामी कैबिनेट में हुए महत्वपूर्ण फैसले, रानीखेत सहित पीडब्ल्यूडी के पांच निरीक्षण भवनों को विश्व स्तरीय गेस्ट हाउस के रुप में किया जाएगा विकसित


धरने पर मंगलवार को वयोवृद्ध पदम सिंह ,नंदी देवी सुशीला देवी,दीपा देवी, पिंकी शर्मा,माधवी देवी,प्रभा,राहुल रौतेला, भूपेंद्र बिष्ट, दीपक दास,गोल्डी, रोहित आदि युवा मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें 👉  बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट एलोपैथिक संघ का वार्षिक अधिवेशन 19 जून को