राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में बौद्धिक संपदा अधिकार पर ऑनलाइन माध्यम से दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित

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रानीखेत -स्वर्गीय श्री जयदत्त वैला राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ,रानीखेत के IPR (बौद्धिक संपदा अधिकार) Cellऔर IQAC द्वारा बौद्धिक संपदा अधिकार पर ऑनलाइन माध्यम से दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई ।

कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालय के कुल 78 प्रतिभागियों ने पंजीकरण करवाया है I कार्यशाला के प्रथम दिन रिसोर्स पर्सन के रूप में हिमांशु गोयल (वैज्ञानिक पेटेंट सूचना केंद्र, देहरादून )तथा प्रोफेसर सी.डी सूठा (पूर्व निदेशक, उच्च शिक्षा विभाग, हल्द्वानी) रहे । हिमांशु गोयल द्वारा ट्रेडिशनल नॉलेज एंड आईपीआर पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया ।उन्होंने बताया कि परंपरागत ज्ञान को नवाचार के रूप में संरक्षित करना अनिवार्य है ,जिससे यह ज्ञान आगे की पीढ़ियों के लिए जानकारी के स्रोत के रूप में संरक्षित रहे। उन्होंने आईपीआर के विभिन्न स्रोतों की जानकारी सभी छात्र/छात्राओं को प्रदान की।प्रोफ़ेसर सी. डी . सूठा द्वारा आईपीआर(IPR) के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर की जानकारी प्रदान की गई जिनसे क़ानूनी संरक्षण मिलता है। इसके साथ कृषि क्षेत्र ,स्वास्थ्य क्षेत्र, फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में आईपीआर का क्या कार्य है, इस बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि ज्ञान का प्रमुख स्रोत रचनात्मक कार्य है, जिससे न केवल समाज बल्कि देश का आर्थिक विकास होता है । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोo पुष्पेश पांडे द्वारा की गयी तथा संचालन IPR सेल की सदस्य डॉक्टर पारुल भारद्वाज द्वारा किया गया। अंत में कार्यशाला के संयोजक डॉक्टर प्रसून जोशी द्वारा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया I