आसमां से बरसी आफत: कुमाऊं के मैदानी क्षेत्र में जल-भराव से बाढ़ जैसी स्थिति, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टुकड़ी बचाव कार्य में जुटी
खटीमा -उत्तराखंड में शनिवार से बारिश का कहर जारी है।कुमाऊं मंडल में लगातार बरसात से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। पहाड़ों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने मैदानी इलाकों में जल भराव की स्थिति पैदा कर दी है। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि बनबसा इलाके में 24 घंटे में 430 मिमी बरसात होने पर बाढ़ जैसे हालात हुए हैं। जहां एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की एक-एक टुकड़ी रेस्क्यू अभियान में जुटी है। और सेना से भी मदद की जा रही है।
कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने बताया की बनबसा के देवीपुरा क्षेत्र में भारी बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में 430 मिमी बरसात होने के चलते कई इलाकों में पानी भरा है। एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीमों का रेस्क्यू आपरेशन कर लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। सेना के द्वारा दो राफ्ट और 40 जवान रेस्क्यू आपरेशन में कार्यरत हैं। बाढ ग्रस्त क्षेत्र पंचपकरिया इलाके में भी रेस्क्यू किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेज में आपदा राहत कैंप बनाए गए हैं। लेकिन ज्यादातर लोगों ने अपने रिश्तेदारों के घर जाने की इच्छा जताई है। प्रशासन द्वारा राहत कैम्प में व्यवस्थायें मुहैया करा दी गई है। उन्होेने बताया कि खटीमा बाढग्रस्त क्षेत्र में भी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ जल पुलिस और स्थानीय प्रशासन का संयुक्त रेस्क्यू अभियान चल रहा है। चकरपुर क्षेत्र और लोहिया हेड से 200 परिवारों को शिफ्ट किया गया है। उनमें से भी ज्यादातर अपने रिश्तेदारों के वहां और कुछ कैंप में रह रहे हैं। नानकमत्ता के बिछुआ क्षेत्र में 11 परिवारों को सुरक्षित निकल गया है। खटीमा के नौसर बाढग्रस्त क्षेत्रों के लिए रेस्क्यू टीमों को रवाना किया गया है। सितारगंज में भी एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है, उपजिलाधिकारी मौके पर हैं। उन्होंने कहा कि कुमाऊं आयुक्त योगेंद्र रावत और डीआईजी कुमाऊं दीपक रावत खटीमा क्षेत्र का दौरा करने निकल गए हैं।