रात्रि में 1.59 बजे महसूस किए गए भूकम्प के झटके,नेपाल में था केंद्र,6 की मौत, रानीखेत भी कांपा
राजधानी दिल्ली-एनसीआर के इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रात 1:59 पर काफी तेज झटके महसूस किए गए। कई लोगों को अपनी चारपाई अथवा बेड हिलते महसूस हुए तो वे उठ बैठे। यह भूकंप 10 सेकेंड लंबा था और जोरदार झटके अनुभव किए गए। भूकम्प से रानीखेत भी कांप उठा।
रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई. यह झटके दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड UP और बिहार में महसूस किए गए।
नेपाल के दोती जिले में भूकंप के बाद एक घर गिरने से लगभग 2:12 बजे 3 लोगों की मौत हो गई। कई इलाकों में तो एक के बाद एक तीन झटके महसूस किए गए।
भूकंप का मध्य केंद्र इस तरह से भारत और नेपाल के बीच में रहा
इसके बाद फिर 3:15 बजे फिर 3.6 की तीव्रता पर भूकंप महसूस किया गया।
नेशनल सेंटर फॉर सेसमोलॉजी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 आंकी गई है, जिसका केंद्र नेपाल में धरती से करीब 10 किलोमीटर नीचे थे। इस भूकंप का असर चीन तक दिखा है।
उत्तराखंड के लगभग सभी स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए यह झटके 1:57 मिनट पर आए लोगों के घर पंखे और सोते हुए रहने की वजह से उनके बेड भी खेलते हुए महसूस किए गए लोगों ने इस दौरान अपने सो रहे लोगों को बताया जो गहरी नींद में सोए हुए थे
खटीमा चंपावत देहरादून टिहरी रुद्रप्रयाग पौड़ी नैनीताल बागेश्वर अल्मोड़ा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हल्द्वानी में 1:58 पर यहां झटके महसूस किए गए गहरी नींद में सोए
लोग अचानक इस अचानक आए भूकंप से उठ खड़े हुए लेकिन यह इतना बड़ा नहीं था कि लोग बाहर आए और उसने में भूकंप थम गया लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों के दिलों में भूकंप दहशत बनी रही इसलिए कई लोग बाद में सोए भी नहीं. उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र और भूकंप की वजह से संवेदनशील होने की वजह से भूकंप की जद में रहता है लेकिन शुक्र रहा कि किसी भी प्रकार का कोई नुकसान उत्तराखंड में नहीं होने का समाचार है
नई खबर के अनुसार नेपाल में मरने वालों की संख्या 3 से बढ़कर 6 हो गई है