महाविद्यालय में उद्यमिता विकास कार्यक्रम के आठवें दिन: रानीखेत के ऐतिहासिक पर्यटन एवं सूक्ष्म व कुटीर उद्योग क्षेत्र में उद्यमिता के अवसर पर चर्चा

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रानीखेत -स्वर्गीय श्री जयदत्त वैला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत, अल्मोड़ा में उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड सरकार एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद (गुजरात) के संयुक्त तत्वाधान में “देवभूमि उद्यमिता योजना” अंतर्गत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के आठवें दिवस पर मुख्य वक्ता डॉ महिराज मेहरा, एवं डॉ पारुल बोरा ने रानीखेत तहसील के संदर्भ में ऐतिहासिक पर्यटन एवं सूक्ष्म व कुटीर उद्योग क्षेत्र उद्यमिता के अनेक अवसर बताएं।

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ऐतिहासिक पर्यटन की दृष्टि से डॉ मेहरा रानीखेत को विशेष बताया, एवं ब्रिटिश काल से वर्तमान तक उद्योग, उद्यम, एवं उद्यमी को चरणबद्ध तरीके से छात्र-छात्राओं के मध्य चर्चा की। डॉ मेहरा ने बताया की पर्यटन की विशेष संभावनाएं रानीखेत को उद्यमिता का केंद्र बनाती हैं। सत्र की दूसरी वक्ता डॉ पारुल बोरा द्वारा सूक्ष्म व कुटीर उद्योग जैसे: मोमबत्ती निर्माण, मशरूम उत्पादन, हथकरघा उद्योग, आदि विभिन्न विषयों पर उद्यमिता की संभावनाओं एवं अवसरों पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का संचालन का नोडल अधिकारी डॉ राहुल चन्द्रा द्वारा किया गया। इस दौरान डॉ दीपा पांडे (इतिहास विभाग) डॉ पारूल भारद्वाज, डॉ सी एस पंत, डॉ शंकर कुमार, डॉ निहारिका सिंह बिष्ट, डॉ नीतिका, डॉ आस्था अधिकारी, डॉ प्रतीक शर्मा, एवं समस्त छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।