शराब की दुकानों के विरोध में सौनी में नौवें दिन क्रमिक अनशन जारी, स्वतंत्रता सेनानी आनंद सिंह बिष्ट भी समर्थन में आए

रानीखेत -सौनी- देवलीखेत और जालीखान में शराब दुकानें खोले जाने के विरोध में सौनी डांठ पर ग्रामीणों का क्रमिक धरना नौवें दिवस भी जारी रहा। वीरवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आनंद सिंह बिष्ट ने भी अनशन स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया।
क्रमिक धरने पर बैठे कृषक कृषि बागवानी और उद्यमी संगठन के महासचिव दीपक करगेती ने आबकारी विभाग से सूचना के अधिकार में प्राप्त जानकारियों को सार्वजनिक कर जिला आबकारी अधिकारी के भ्रष्टाचार को सबके समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि 376(2)n आई पी सी के तहत अभियोग भी पुलिस ने इसके खिलाफ पंजीकृत किया है।बताया कि डेटिंग ऐप के माध्यम से एक महिला को अपने जाल में फंसाकर सालों तक शारीरिक और मानसिक शोषण करने वाले को अधिकारी को जिले में क्यों बैठाया गया? सवाल किया कि देहरादून में रहते हुए जिन दुकानों को सस्पेंड किया जाना था उनके सस्पेंशन न कर लाखों के राजस्व नुकसान के आरोप में हुए निलंबित तो फिर से अल्मोड़ा जिला आबकारी अधिकारी क्यों बनाया? सरकार से पूछा कि कोटक लाइफ इंसोरेंस में एजेंट जिला आबकारी अधिकारी अल्मोड़ा के विरुद्ध कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत आज तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? उन्होंने कहा कि देहरादून आबकारी अधिकारी रहते हुए सूचना में देरी और छुपाने के आरोप में सूचना आयोग ने लगाया इस अधिकारी पर जुर्माना लगाया था
उसके बाद इसी अधिकारी पर इतनी कृपा क्यों? उन्होंने कहा कि शराब दुकानें अविलम्ब निरस्त की जाएं।
स्वतंत्रता सेनानी आनंद सिंह बिष्ट ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शराब दुकानें खोलने के वे धुर विरोधी है। इसलिए आंदोलन को समर्थन देने आए हैं। निवर्तमान ज़िला पंचायत सदस्य शोभा रौतेला ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार गांवों को शराब का अड्डा बनाकर गांव घरों की शांति छीनना चाहती है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अनशन स्थल पर में हिमांशु आर्या , हेमंत रौतेला, उमेश मासीवाल, विपिन उपाध्याय,चेतन बिष्ट,तरुण उपाध्याय,अमित उपाध्याय आदि लोग उपस्थित रहे।

