गोदियाल अध्यक्ष,प्रीतम हो सकते है नेता प्रतिपक्ष,हरीश रावत के हाथ रहेगी चुनाव संचालन की बागडोर:सूत्र
बडी़ खबर:- आखिरकार 10 विधायकों से रायशुमारी 10 दिन तक हाईकमान के पास निर्णय सुरक्षित रखने के बाद आज कांग्रेस हाईकमान ने नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय कर लिया, जिसकी औपचारिक घोषणा होना अभी शेष है। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिहं को बनाए जाने को लेकर विधायकों का एक लाइन का प्रस्ताव पूर्व में ही हाईकमान को भेज दिया गया था लेकिन प्रीतम सिंह ने नेतापक्ष पद लेने के लिए शर्त रख दी थी कि अध्यक्ष उनके करीबी को ही बनाया जाए,जबकि पूर्व सीएम हरीश रावत ने गणेश गोदियाल का नाम आगे कर पहले ही पेंच फंसा दिया था। सूत्र ये भी बताते हैं कि हरीश रावत को चुनाव संचालन समिति की बागडोर सौंपी जा सकती है।
सूत्रों के हवाले से अब खबर आ रही है कि उत्तराखंड कांग्रेस में 10 दिन से प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चयन पर चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया है। उत्तराखंड कांग्रेस को पूर्व विधायक गणेश गोदियाल के रूप में युवा प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। ये एकतरह से बीजेपी के युवा मुख्यमंत्री के आगे युवा अध्यक्ष को आगे कर कांग्रेस ने आगामी चुनाव में युवा वोटरों पर सेंध लगाने की कोशिश की है।
वही अनुभवी जौनसारी नेता प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है।केंद्रीय आलाकमान ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है। नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा ह्रदयेश के निधन के बाद से उत्तराखंड कांग्रेस में बदलाव के संकेत तेजी से बढ़ने लगे थे।
कांग्रेस हाईकमान में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर विधायको और बड़े नेताओं से रायशुमारी हो रही थी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह अपने पद को छोड़ना नही चाहते थे या फिर अपने किसी खास को अध्यक्ष बनाने की शर्त रखे हुए थे।
लेकिन अब सभी नेताओं में सहमति बन गई है और केंद्रीय आलाकमान ने युवा और अनुभवी नेताओं को जोड़ते हुए प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के नाम पर ऐलान कर दिया है। लेकिन हाई कमान ने एक तरह से हरीश रावत की चाहत को ही तरजीह दी है ऐसे में क्षेत्रीय समीकरण को भी हाईकमान ने बला -ए ताख रख दिया अब गढ़वाल मंडल से ही नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं।