रानीखेत शिव मंदिर में आयोजित बैठकी होली में कलाकारों ने विविध रागों से बिखेरी गीतों के रंगों की अद्भुत छटा
रानीखेत-होली गायन की समृद्ध परंपरा है भारतीय संगीत में। इससे उपजे विविध रागों में पगे गीतों के बिना फीका है रंगों का यह त्योहार। यहां शिव मंदिर धर्मशाला समिति के तत्वावधान में बुधवार की रात्रि शिव मंदिर परिसर में चीर बंधन के साथ बैठकी होली का आयोजन किया गया जिसमें आमंत्रित कलाकारों ने होली गायकी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
बैठकी होली में आमंत्रित एवं स्थानीय कलाकारों ने ‘कैले बांधी चीर हो रघुनंदन राजा’,’अब के होली में खेलूंगी कैसे मोरे कान्हा’,मृग नयनी को लाज नवल रसिया,’ जैसी होली गायन से रंग जमाए रखा।कमल जोशी ने ‘तुम सिद्धि करो गणनाथ, होली के दिन में,’का सरस गायन किया। कुमाऊं मण्डल के प्रसिद्ध होली गायकी संदीप गोरखा ने राग श्याम कल्याण में ‘लाल तुम अचरज खेल खिलाएं,ऋतु फागुन सरसावे’,से होली की महफ़िल को वासंती रंग में सराबोर कर दिया।शिव मंदिर समिति द्वारा सभी कलाकारों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
बैठकी होली में संदीप गोरखा,कमल जोशी , हर्षवर्धन पंत,मोहिल साह, प्रमोद कांडपाल, नवीन बिष्ट, राजेन्द्र जोशी,भुवन चंद्र पपनै,पंकज थापा, प्रदीप कुवार्बी, हर्षित नेगी,बची राम ,दीवान सिंह खाती,संजय साह, परमवीर मेहरा, चक्रधर पांडे, अभिषेक कांडपाल, ललित नेगी,यतीश रौतेला,दीपक रावत,विवेक पांडे, पीयूष साह हर्षदीप वर्मा, शौर्य वर्धन, श्रीवर्धन सहित शिव मंदिर समिति के कैलाश चंद्र पांडे,अतुल अग्रवाल,अनूप अग्रवाल,व्यवस्थापक रमेश सिंह अधिकारी,बालम राणा,भुवन जनी, पुजारी जीवन चंद्र तिवारी, नवीन चंद्र जोशी मौजूद रहे।