राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में 12 दिवसीय कार्यशाला के पांचवे दिन छोटे उद्यम को बड़े में तब्दील करने की दी गई जानकारी
रानीखेत -राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में गतिमान 12 दिवसीय कार्यशाला के पांचवे दिन डॉ. दिनेश चंद्र द्वारा व्यापक रूप से बिज़नेस मॉडल बनाना बताया गया। विशेषज्ञ द्वारा चरणबद्ध तरीके से बताया गया कि किस प्रकार एक छोटे उद्यम को बड़े व्यवसाय के रूप में स्थापित किया जा सकता है। साथ ही समझाया गया कि लाभ से जुड़े कौन से अवसर हो सकते हैं, मांग और पूर्ति की कड़ियाँ, उद्यम की स्थापना किस उपभोगता समूह के लिए हो सकती है, बैलेंस शीट किस प्रकार तैयार की जाती है। वक्ता द्वारा प्रतिभागियों को यह ताकीद दी गयी कि किसी भी व्यापार की शुरुआत के लिए दृढ निश्चय सबसे पहले आवश्यक है।
सत्र की अन्तिम कक्षाएँ अल्मोड़ा स्थित गैर सरकारी संगठन ‘मंच’ से आए विशेषज्ञ श्री भूपेंद्र मेहरा, जो कि एक सफल उद्यमी हैं, के द्वारा विभिन्न प्रकार के बिज़नेस क्षेत्र जैसे सेवा क्षेत्र, खाद्य एवं प्रसंस्करण क्षेत्र, कृषि क्षेत्र, तकनीकी क्षेत्र, पर्यटन क्षेत्र इत्यादि के बारे में उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में विस्तृत रूप से बताया। श्री मेहरा द्वारा बताया गया कि उद्यम स्थापना के लिए और क्या वैधानिक एवं क़ानूनी नियमों को ध्यान दिया जाना आवश्यक है और साथ ही उनके द्वारा उत्तराखंड के सफल उद्यमों के बारे में भी विस्तार से बताया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. गणेश नेगी द्वारा किया गया तथा दिशा निर्देशन डॉ. निहारिका बिष्ट द्वारा किया गया।