“करुणा कलेवर – करुणा का रूप लेती कला”कलाकार प्रकाश पपनै की ओर से एक मानवीय कला पहल, पेंटिंग्स की कमाई आपदा पीड़ितों के लिए देंगे

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रानीखेत – देवभूमि उत्तराखंड में आई आपदाओं ने अनगिनत परिवारों के जीवन को गहराई से प्रभावित किया है।इसी संवेदना से प्रेरित होकर स्वतंत्र कलाकार / शिक्षक प्रकाश पपनै ने एक अनूठी कला पहल शुरू की है -“करुणा कलेवर (करुणा का रूप लेती कला)”।

इस पहल के तहत कलाकार प्रकाश पपने द्वारा अपनी 10 मूल पेंटिंग्स को आनलाइन बिक्री हेतु प्रदर्शित किया जा रहा है जिसमें बिक्री से प्राप्त 80 % राशि
उत्तराखंड मुख्यमंत्री राहत कोष में समर्पित करेंगे।
प्रकाश पपने कहते हैं“कला मेरे लिए केवल अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि एक करुणामय साधना भी है,”“जब प्रकृति और मनुष्य दोनों पीड़ा में हों,तो कलाकार का सृजन केवल सौंदर्य नहीं, सहारा भी बनना चाहिए।
यही सोच इस पहल के केंद्र में है।”‘करुणा कलेवर’ केवल एक प्रदर्शनी ही नहीं,बल्कि एक आत्मिक यात्रा है –
शजहाँ रंग, रेखाएँ और भावनाएँ मानवता के पक्ष में एकजुट होती हैं।

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इस ऑनलाइन प्रदर्शनी में प्रदर्शित सभी कृतियाँ
कलाकार की अपनी जीवन संवेदनाओं और प्रकृति से गहरे संबंध को दर्शाती हैं।हर चित्र में करुणा, आशा और पुनर्निर्माण की एक झलक समाई है।प्रदर्शनी 9 नवम्बर 2025 से ऑनलाइन देखी जा सकेगी –
🌐 www.matrikaartgallery.com/karunakalewar

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यह पहल प्रकाश पपनै के उस विश्वास को और भी गहराई से दर्शाती है कि -“कला तब अपने अर्थ को पूर्ण करती है, जब वह किसी के दुःख को बाँटने का माध्यम बन जाए।

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