लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा, एवीएसएम, एसएम ने महानिदेशक असम राइफल्स की नियुक्ति ग्रहण की, उत्तराखंड के टिहरी जिले के हैं निवासी

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देहरादून -लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा, एवीएसएम, एसएम ने 01 अगस्त 2024 को असम राइफल्स के डी जी (डीजीएआर) की कमान संभाली।

लेo जनरल विकास लखेरा उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले से हैं और उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में शामिल होने से पहले डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन को 09 जून 1990 को भारतीय सैन्य अकादमी में 86 नियमित कोर्स से 4 सिख लाई में नियुक्त किया गया था, जिसके बाद उन्होंने रेड हॉर्न डिवीजन के अंतर्गत निचले असम में कमान संभाली।

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वह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। लेo जनरल विकास लखेरा उच्च रक्षा प्रबंधन पाठ्यक्रम के पूर्व छात्र भी हैं और उन्होंने द रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज (आरसीडीएस), लंदन (यूके) से प्रतिष्ठित एनडीसी पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा किया है। अपने स्टाफ और अनुदेशात्मक नियुक्तियों में, उन्होंने एनडीए, खडकवासला में डिविशनल अधिकारी और सामरिक प्रशिक्षण अधिकारी, जीओसी-इन-सी, मुख्यालय पूर्वी कमान के मिलिटरी ऐटशै और सीओएएस के मिलिटरी ऐटशै, निदेशक एमओ-2 और 93 इन्फेट्री ब्रिगेड के उप कमांडर के रूप में कार्य किया है। ब्रिगेडियर (क्यू) के रूप में मुख्यालय 4 कोर में स्थानांतरित होने से पहले जनरल ऑफिसर ने श्रीगंगानगर में 15 इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाली। लेo जनरल विकास लखेरा जनवरी 2022 से मार्च 2024 तक आईजी असम राइफल्स (उत्तर) भी थे। डीजीएआर की नियुक्ति संभालने से पहले, वे रक्षा मंत्रालय (सेना) के एडीजी एमओ (आईडब्ल्यू) और डीजीएमओ की नियुक्ति पर थे। उनकी शैक्षणिक योग्यता में मद्रास विश्वविद्यालय से एमएससी, किंग्स कॉलेज, लंदन (यूके) से एमए और उस्मानिया विश्वविद्यालय से प्रबंधन अध्ययन में स्नातकोत्तर शामिल हैं।

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नियंत्रण रेखा, अंतराष्ट्रीय सीमा और उत्तर पूर्व जैसे विविध भू-भागों और बहुआयामी परिचालन क्षेत्रों में सेवा करने के अलावा, लेo जनरल विकास लखेरा के पास जम्मू और कश्मीर, असम और नागालैंड में आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और संचालन में व्यापक परिचालन अनुभव है।वे एक उच्च सुशोभित अधिकारी हैं और उनको एक अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड और दो जीओसी-इन-सी कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है।

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उनकी पत्नी श्रीमती विभा लखेरा एक स्वतंत्र शिक्षिका और एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनके दो बेटे अर्जुन लखेरा और कृष्णा लखेरा हैं।