बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त, गोला नदी के उफान से अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम खतरे की जद में, लालकुआं में रेलवे ट्रैक डूबा
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते उत्तराखंड के 13 जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। पहाड़ों से लेकर मैदानी जिलों में 48 घंटे से बारिश जारी है।
पहाड़ियों के दरकने और पेड़ों के टूटने से पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क यातायात बाधित हो रहा है । नैनीताल जिले में सोमवार सुबह 9:30 से चार राज्य मार्गों समेत कुल 38 ग्रामीण मार्गों पर यातायात बाधित है। हालाकि पुलिस, NDRF, SDRF के जवान मुस्तैदी से राहत पहुंचाने में जुटे हैं।
पहाड़ों में हो रही भारी बारिश के चलते हल्द्वानी में गौला नदी उफना गई है। काठगोदाम गौला बैराज से सोमवार दोपहर में 37260 क्यूसेक बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। ऐसे में नदी किनारे रहने वालों के लिए भी संकट बढ़ गया है।
वहीं गौला नदी के बढ़ते स्तर से अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा गया है। यहां इसी साल राष्ट्रमंडल खेल होने हैं। बावजूद इसके खेल मंत्री और खेल विभाग के जिम्मेदारों ने इस अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की सुरक्षा के लिहाज से कोई सुध नहीं ली। हालाकि यहां साल भर मंत्री- अधिकारियों के दौरे बदस्तूर होते रहे। नतीजा आज इस अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का वजूद खतरे में है।
हल्द्वानी में पिछले 48 घंटे से हो रही भारी बरसात और गौला नदी के जलस्तर बढ़ने से क्रिकेट स्टेडियम की तरफ भूकटाव शुरू हो गया है। जानकारी मिलते ही मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई, सहायक खेल निदेशक राशिका सिद्दीकी और तहसीलदार सचिन कुमार ने अधिकारियों सहित मौके का निरीक्षण किया।
सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई ने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के गौला नदी किनारे पश्चिमी छोर का निरीक्षण करते हुए लगातार गोला नदी के जलस्तर से हो रहे भू कटाव का निरीक्षण किया।
इस दौरान बताया कि खेल विभाग के उच्च अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करा दिया गया है। साथ ही जलस्तर कम होने के बाद उपरोक्त हिस्से में बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं तथा खेल विभाग के अधिकारियों को लगातार मॉनिटरिंग करने को कहा गया है।
भारी बरसात के चलते लालकुआं स्टेशन में पानी भर गया है। पानी भरने के कारण लालकुआं से बरेली जाने वाली पैसेंजर ट्रेन रद्द कर दी गई। काशीपुर से वाया लालकुआं होते हुए बरेली जाने वाली ट्रेन स्टेशन से करीब दो किलोमीटर पहले जंगल में रोक दी गई। इससे यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
लालकुआं रेलवे ट्रैक