पहाड़ की आईपीएस बेटियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला
एक समय था जब बेटियों को सिर्फ घर का कामकाज व चूल्हा चौका करने के लिए चार दिवारी तक सीमित रखा जाता था जिसके चलते बेटियां अपने भीतर छुपी कई सारी प्रतिभाओं को अच्छे से नहीं निखार पाती थी लेकिन अब एक ऐसा दौर आ चुका है जिसमें बेटियां बेटों की तरह हर क्षेत्र में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है इतना ही नहीं बल्कि कई उच्च मुकाम हासिल कर प्रदेश समेत देश का मान भी बढ़ा रही है। अल्मोड़ा जिले की बेटियां हर क्षेत्र में आगे रहती हैं. ऐसी ही दो आईपीएस अफसर बेटियां भी हैं, जिन्होंने अल्मोड़ा का नाम रोशन किया है. अल्मोड़ा की रहने वालीं तृप्ति भट्ट और ईशा पंत ने राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का मान बढ़ाया है. दोनों ने मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. दरअसल 2 दिसंबर से लेकर 27 दिसंबर 2024 तक आईपीएस ट्रेनिंग हुई थी. दोनों अफसरों ने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में मिड करियर ट्रेनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसमें अलग-अलग राज्यों के करीब 101 आईपीएस अधिकारी शामिल थे. ट्रेनिंग के दौरान आईपीएस अधिकारियों को उनके कार्य क्षमता के आधार पर नंबर दिए गए.महिला कैटेगरी में आईपीएस ऑफिसर ईशा पंत और तृप्ति भट्ट ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राष्ट्रीय स्तर पर क्रमशः पहला और दूसरा स्थान प्राप्त किया. करीब एक महीने तक सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में यह ट्रेनिंग चली थी, जिसमें अल्मोड़ा जिले की इन दो अफसर बेटियों ने सबसे ज्यादा अंक हासिल किए. आईपीएस ईशा पंत ने 100 में से 85.4 अंक पाकर देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया, तो वहीं आईपीएस तृप्ति भट्ट ने 82.5 अंक प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया.
आईपीएस ईशा पंत के पिता भागवत पंत मूल रूप से अल्मोड़ा के रहने वाले हैं लेकिन उनका परिवार काफी साल पहले मध्य प्रदेश में बस गया था. वर्तमान में ईशा कर्नाटक कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं. हाल ही में उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय आईबी में एडिशनल डिप्टी डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया. इतना ही नहीं, ईशा पंत के जीवन पर एक फिल्म भी बन चुकी है, जिसमें बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने उनका किरदार निभाया था. आईपीएस तृप्ति भट्ट भी अल्मोड़ा की रहने वाली हैं. 2013 बैच की आईपीएस ऑफिसर तृप्ति ने इसरो सहित 16 सरकारी नौकरियों का प्रस्ताव ठुकराया था. बचपन से ही तृप्ति की रुचि पढ़ाई के प्रति थी. उनकी 12वीं तक पढ़ाई अल्मोड़ा से हुई. जिसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह बाहर चली गईं. वर्तमान में तृप्ति उत्तराखंड 40वीं वाहिनी पीएसी कमांडेंट के पद पर तैनात हैं. इतना ही नहीं ईशा पंत जीवन शैली पर बॉलीवुड फिल्म जय गंगाजल भी बन चुकी है, जिसमें अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने ईशा पंत का किरदार निभाया था। वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड कैडर की आईपीएस अधिकारी तृप्ति भट्ट अल्मोड़ा जिले की मूल निवासी हैं। उनका लालन-पालन भी वहीं हुआ हैं। इतना ही नहीं तृप्ति भट्ट यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सहित 16 सरकारी नौकरी के प्रस्तावों को भी ठुकरा चुकी है। आईपीएस तृप्ति भट्ट उन सभी बेटियों के लिए मिसाल बन गई हैं, जो जीवन में कुछ सार्थक करना चाहती हैं। वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान आईपीएस तृप्ति भट्ट पूरी तरह लोगों की सेवा में जुटी रहीं। उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए उन्हें साल 2020 के प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया। उस वक्त तृप्ति भट्ट एसडीआरएफ उत्तराखंड की सेनानायक रही थीं। तब संपूर्ण लॉकडाउन और अनॅलाक प्रक्रिया के दौरान एसडीआरएफ ने छह लाख से अधिक प्रवासियों को अनेक राज्यों से सुरक्षित उत्तराखंड लाने में भूमिका निभाई। साथ ही 70 हजार से अधिक स्टेक होल्डर्स को प्रशिक्षण और कोविड से बचाव संबंधी जानकारी दी। इस अवार्ड की दौड़ में उन्हें देश में दूसरा स्थान मिला। आईपीएस तृप्ति भट्ट आज भी अपने मिशन में जुटी हैं, उनकी गिनती प्रदेश की तेजतर्रार महिला अफसरों में होती है। लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अधिकारी भी अक्सर अपना योगदान देते हैं और ये चीज युवाओं को काफी प्रेरित करती है कि वह इस क्षेत्र में काम करें। आईपीएस तृप्ति भट्ट और उनके पति रितेश भट्ट जो कि भारतीय राजस्व सेवा में कार्यरत हैं। उत्तराखंड पुलिस द्वारा आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में उनके द्वारा सुंदर नृत्य की प्रस्तुति की गई, जिसकी लोगों ने तारीफ की। यह वीडियो पुराना है जो अब वायरल हो रहा है। अल्मोड़ा की रहने वाली तृप्ति भट्ट अपनी कार्यशैली के वजह से काफी सुर्खियों में रहती हैं। वह लापवाही पर तुरंत एक्शन लेने पर विश्वास करती है। पहाड़ की बेटियां साबित कर देती हैं कि वो किसी से कम नहीं हैं।लेखक दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं