तो कल हो जाएगा नेता प्रतिपक्ष का फैसला!माहरा का दावा मजबूत
उत्तराखंड विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान संभवतः कल यानि 27जून को हो जाए। कल रविवार के दिन इस पर चर्चा के लिए दिल्ली में प्रदेश प्रभारी के साथ उत्तराखंड के शीर्ष कांग्रेस नेताओं की बैठक होने जा रही है।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ,पूर्व मुख्यमंत्री हरीश
रावत सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल रहेंगे।
विधान सभा में कांग्रेस का नेता कौन होगा ?इस पर राजनैतिक गलियारों विशेषकर कांग्रेस के भीतर कई दिन से से चल रहीं चर्चाओं,कयासों पर कल शायद विराम लग जाए। सूत्र बताते हैं कि इस चयन पर उत्तराखंड कांग्रेस में अभी सर्वसम्मति नहीं बनी है ऐसे में नजरें प्रीतम सिंह और हरीश रावत पर टिकी हैं कि आखिर इन दोनों में कौन हाईकमान से अपनी पसंद को मनवाने में सफल रहता है। अब तक उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा को नेता प्रतिपक्ष का मजबूत दावेदार माना जा रहा है।हाल ही में वरिष्ठ नेता,पूर्व विधायक रणजीत रावत ने भी युवा विधायक व उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा की जिस तरह की पैरवी की थी उससे संकेत मिला था मौजूदा प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व उनके नाम पर मोहर लगवा सकता है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से दूरियां बढ़ने के बाद रणजीत रावत की मौजूदा पार्टी नेतृत्व से गलबहियां किसी से छिपी नहीं हैं,ऐसे में उनकी बात को पार्टीनेतृत्व वजन दे सकता है।क्षेत्रीय समीकरण के हिसाब से भी प्रदेश अध्यक्ष गढ़वाल से होने के कारण नेता प्रतिपक्ष कुमाऊं से बनाया ज सकता है।
गुटबाजी से इतर हाईकमान अगर सदन के भीतर कार्यशैली के प्रदर्शन पर यदि गौर करता है तो करन माहरा बीस ही बैठते है। समस्याओं के प्रस्तुतिकरण का सलीका, जबर्दस्त वक्तृत्व कला से सरकार को कटघरे में खडा़ करने में माहिर माहरा को हाईकमान शायद ही अनदेखा कर पाए।लेकिन राजनीति में ऊंट किस करवट बैठेगा कहा नहीं जा सकता।हां ,इतना कहा जा सकता है कि दो बार के विधायक करन माहरा के उपनेता रहते भी सदन का नेता बनने का दावा सर्वाधिक मजबूत है।