रानीखेत बाल लेखन कार्यशाला का चौथा दिन:बच्चों ने बनाई अपनी-अपनी हस्तलिखित पुस्तक, अखबार के मोड़ से समझा रेखागणित को
रानीखेत- अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी तथा रानीखेत किताब कौतिक आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में कैंट इंटर कालेज रानीखेत में आयोजित बाल लेखन कार्यशाला के चौथे दिन बच्चों ने बालप्रहरी, बाल मन, बाल विचार, ज्योति, नई ज्योति, किरण नई किरण, बालिका स्वर आदि नामों से अपनी-अपनी हस्तलिखित पुस्तक तैयार की।
बच्चों ने अपनी पुस्तक का रंगीन मुखपृष्ठ तैयार किया। अपनी पुस्तक की भूमिका भी लिखी। बच्चों ने आज पत्र विधा के माध्यम से कार्यशाला की रिपोर्ट भी अपने पारिवारिक जनों के नाम लिखी।
बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने औरैगैमी के तहत अखबार के मोड़ से सरल भाषा में रेखागणित को समझाया। उन्होंने बताया कि ‘औरेगैमी’ जापानी भाषा का शब्द है। इसका आशय अखबार के मोड़ से बच्चों को ज्यामितीय का ज्ञान देना है। उन्होंने कहा कि एक छोटा सा अखबार बच्चों को रेखा, बिंदु, कोण, त्रिभुज, चतुर्भज, पंचमुख आदि आकृति का ज्ञान कराता है। आज बच्चों को विभिन्न खेल कराए गए।अलग-अलग समूह में नरेशचंद डोबरियाल, संगीता वर्मा, मंजू साह, गायत्री राजौरिया, हिमानी सुयाल, रश्मि तिवारी ने संदर्भदाता बतौर बच्चों का मार्गदर्शन किया।
किताब कौतिक आयोजन आयोजन समिति के हेम पंत व विमल सती ने बताया कि किताब कौतिक के पहले चरण का समापन कल छावनी इंटर कालेज में प्रातः 10 बजे समारोह पूर्वक होगा। उन्होंने अभिभावकों,साहित्यकारों व षुभचिंतकों से समय निकालकर बच्चों का मनोबल बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने कहा कल समापन समारोह में प्रतिभागी सभी बच्चों को बैज पहिनाकर सम्मानित किया जाएगा। बाल कवि सम्मेलन होगा। जिसमें बच्चे स्वरिचत कविताओं का पाठ करेंगे। बाल कवि सम्मेलन का संचालन व अध्यक्षता बच्चे करेंगे।बच्चे नुक्कड़ नाटक तथा समूहों गीतों की प्रस्तुति देंगे। बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। सभी बच्चों की रचना को जोड़ते हुए डां भुवनचंद्र पांडेय द्वारा संपादित हस्तलिखित पुस्तक ‘रानीखेत दर्पण’ तथा दीवार पत्रिका का लोकार्पण किया जाएगा। बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्षनी 11 व 12 मई को बहुदेशीय छावनी सभागार में आयोजित किताब कौतिक में भी लगाई जाएगी।