नार्वे से आए दल‌ ने हिल क्राफ्ट रानीखेत में तीन‌ दिनी कार्यशाला में की साझेदारी, विभिन्न उत्पादों की नार्वे के बाजार में संभावनाओं और नए उत्पादों पर हुई चर्चा

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रानीखेत-यहां हिल क्राफ्ट रानीखेत में नार्वे से आए 29सदस्यीय दल ने तीन दिनों तक एक साझा कार्यशाला आयोजित की। जिसमें विभिन्न उत्पादों की नार्वे के बाजार में संभावनाओं तथा वहां के लोगों की पसंद व नापसंद पर अनुभव साझा किए।हिल क्राफ्ट में नए उत्पादों की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई।

इस अवसर पर हिल क्राफ्ट की संस्थापक श्रीमती चयनिका बिष्ट ने बताया कि कोरोना के बाद हमारे सामने काफी चुनौतियां आईं हैं तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में माहौल पूरी तरह बदल गया है। इसलिए हम पुराने उत्पादों के भरोसे अधिक समय तक नहीं चल सकते। इसलिए हिल क्राफ्ट की ओर से नार्वे के साथियों से अनुरोध किया गया था कि वे यहां आकर इस संदर्भ में चर्चा करें।दल के ये सभी सदस्य नार्वे में हमारे उत्पादों को बेचने में हमारी मदद करते हैं।

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उन्होंने बताया कि इन तीन दिनों में सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि हम ने संभावित उत्पादों के बारे में जान पाए।नए उत्पादों के डिजाइन तथा रंगों के बारे में भी चर्चा हुई।हिल क्राफ्ट की गुणवत्ता नियंत्रण विभाग की श्रीमती कविता जोशी ने बताया कि हमारे यहां महिलाएं भाषा की भिन्नता के बावजूद संवाद‌ करने में सक्षम हैं। इसलिए व्यापार को आगे ले जाने के लिए जो रणनीति बनी है उसे आगे ले जाने के‌ लिए जो रणनीति बनी है उस पर सभी कार्य करने के‌ लिए सभी तत्पर‌ हैं तथा यह तीन दिवसीय कार्यशाला नई उम्मीद लेकर आई है। नार्वे से आए इस‌ दल ने हिल क्राफ्ट के उत्पादों की खरीद भी‌ की तथा भविष्य के लिए आर्डर भी दिए।दल के सदस्यों ने रानीखेत की प्राकृतिक सुंदरता और जलवायु को सराहा और कालिका स्थित फर्न गार्डन का भ्रमण किया।

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