विश्व हिंदू परिषद ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर आवारा गौवंशीय पशुओं के संरक्षण के लिए गौवंशीय सेवा सदन खोलने की पेशकश की

रानीखेत -विश्व हिन्दू परिषद ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर रानीखेत क्षेत्र में छोड़े गए गोवंशीय पशुओं को आश्रय देने हेतु गौ सेवा सदन खोलने की पेशकश करते हुए इस हेतु प्रशासनिक सहयोग और भू-खंड आवंटित किए जाने की मांग की है।
विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन पंत और नगर अध्यक्ष नवल किशोर पांडेय के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने शनिवार को संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरी प्रभात से मुलाकात कर उन्हें रानीखेत में सड़क पर छोड़ दिए गए आवारा गौवंशीय पशुओं की स्थिति से अवगत कराया। परिषद ने कहा कि इन आवारा पशुओं को गुलदार व वाहनों से हरदम खतरा बना रहता है वहीं ये गंदगी करने के साथ ही नागरिकों के लिए खतरा बने हुए हैं और अबतक की नागरिकों को गंभीर रूप से चोटिल कर चुके हैं।
विश्व हिन्दू परिषद ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा जिसमें गौवंशीय पशुओं के लिए संरक्षण गृह खोलने की स्वयं से पहले दिखाते हुए कहा गया कि यदि शासन उन्हें भू-खंड आवंटित कर दे और प्रशासनिक सहयोग से शासन से थोड़ा अनुदान मुहैय्या हो जाए तो वे इन गौवंशीय पशुओं को आश्रय देने के लिए गौवंशीय सेवा सदन खोलने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि गौ सदन खुलने के बाद इसे पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में तहसील क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी विस्तार दिया जा सकता है। विश्व हिन्दू परिषद जनसेवार्थ इस पुनीत कार्य को अपने हाथ में लेने को तैयार है। परिषद ने संयुक्त मजिस्ट्रेट से इस विषय का गंभीरता से संज्ञान लेकर शीघ्र उपर्युक्त कार्य हेतु भूखंड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।परिषद ने इस आशय का ज्ञापन छावनी परिषद मुख्य अधिशासी अधिकारी को भी सौंपा।
शिष्टमंडल में जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन पन्त, उपाध्यक्ष दिगम्बर सिंह मनराल, नगर अध्यक्ष नवल किशोर पाण्डेय, तनुजा शाह, मनमोहन सिंह मेहरा, कमल कुमार, हेम चन्द्र, कैलाश बिष्ट, पंकज बिष्ट, नवीन रावत, शिवम् शाह आदि शामिल रहे।