युवक को निवाला बनाने वाला आदमखोर गुलदार पिंजरे में हुआ कैद, रेस्क्यू सेंटर अल्मोड़ा भेजा
रानीखेत: सुदूरवर्ती नौगांव फयाटनौला युवक को निवाला बनाने वाला गुलदार आखिर पिंजरे में कैद हो गया है। गुलदार को फंसाने के लिए वन विभाग ने दो पिंजड़े लगाने के साथ कैमरा ट्रैप भी सेट किए थे।
वन विभाग ने गुलदार को अल्मोड़ा स्थित रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है, जहां गुलदार की जांच के बाद उसके आदमखोर होने का पता चल सकेगा। गुलदार के कैद होने से क्षेत्रवासियों के साथ वन विभाग ने भी राहत की सांस ली है।फयाटनौला गांव में गुलदार ने 40 वर्षीय जगदीश चंद्र असनौड़ा को मौत के घाट उतार दिया था।
दो मई की सुबह युवक का क्षत-विक्षत शव गांव से दूर सूखे नौले के पास झाड़ियों से बरामद हुआ। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने घटना स्थल के पास पिंजड़ा लगाया। वन विभाग की टीम ने गांव में डेरा डालकर पेट्रोलिंग शुरू की। बाद में ड्रोन और कैमरा ट्रैप की मदद से भी गुलदार की मूवमेंट ट्रेक करने का प्रयास किया गया।
सफलता नहीं मिलने पर वन विभाग ने दूसरी लोकेशन पर भी एक और पिंजड़ा सेट किया। साथ ही विभाग की टीम इलाके में लगातार गश्त कर रही थी। इधर, घटना के 15 दिन गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्रा ने बताया कि मंगलवार की सुबह 7.45 बजे ग्रामीणों ने पिंजड़े में गुलदार को फंसा देखने के बाद विभाग को सूचना दी। सूचना के बाद वह स्वयं वन क्षेत्र और रेस्क्यू टीम लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि गुलदार को अल्मोड़ा रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है।