27 साल बाद रानीखेत में हुआ देश के विभिन्न स्थानों में कार्यरत सहपाठी चिकित्सकों का ग्रुप मिलन, कॉलेज में बिताए लम्हों को फिर से जिया
रानीखेत: 27साल बाद गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज कानपुर के बैच 1996 के चिकित्सक यहां एक साथ क्या मिले, पुनर्मिलन समारोह का सा वातावरण बन गया। इस ग्रुप मिलन में सभी ने कॉलेज में बिताए लम्हों को आज फिर से जिया।
देश के विभिन्न स्थानों में कार्यरत करीब 18 एमबीबीएस चिकित्सक अपने मेडिकल कॉलेज के सहपाठी स्थानीय जीएमएस राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में नेत्र विशेषज्ञ डॉ दीप प्रकाश पार्की के आतिथ्य में दो दिन के लिए मजखाली स्थित एक होटल में पहुंचे।सभी सहपाठी जब मिले तो खूब गप्पे लड़ाईं,साथ में भोजन किया और दूर -दूर तक बिखरी अनुपम प्राकृतिक सुषमा का आनन्द लिया।इस समागम से पूर्व डॉ.दीप प्रकाश पार्की व डॉ.संतोष पार्टी ने पारम्परिक बाल मिठाई और बुरांस पेय से उनका स्वागत किया और पर्वतीय संस्कृति के प्रतीक पिछोड़ा व टोपी उपहार स्वरूप मित्र चिकित्सकों को भेंट की।
वास्तव में अपने साथ पढ़ने वाले मित्रों से मिलकर जीवन को नई ऊर्जा मिलती है। आज दो दिन के लिए रानीखेत में उस पड़ाव पर फिर चिकित्सक सहपाठी मिले जब उनमें से हर चिकित्सा का छात्र अपने एक मुकाम में पहुंचा है। डॉ पार्की ने बताया कि अब तक के जीवन की यात्रा को साझा करना एक सुखद अनुभव रहा। हम सौभाग्यशाली हैं कि भागदौड़ भरी जिंदगी में पुराने सहपाठी एक साथ आज एकत्र होकर खुशियां मना रहे हैं और सहपाठी साथी बीते पल चुन -चुन कर सुना रहे हैं। सभी सहपाठी परस्पर मिलन से गदगद हैं। उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सक सहपाठी रानीखेत के दो दिवसीय प्रवास में आस -पास के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करेंगे।
इस ग्रुप मिलन में डॉ मोना दुबे,डॉ प्रेम शंकर, डॉ मंजरी जोशी, डॉ पारूल कटियार, डॉ दयाकृष्ण टम्टा, डॉ असद अब्बास, डॉ पंकज सोनी,डॉ राजेश कुमार,डॉ अनिल प्रसाद भट्ट,डॉ दिनेश वार्ष्णेय, डॉ यदु प्रसाद भट्ट,डॉ सुनील वर्मा, डॉ महेन्द्र गुप्ता,डॉ अमरेन्द्र कुमार,डॉ अनुराग व्यास,डॉ संजय पांडे,डॉ शुभ्रा गुप्ता शर्मा, डॉ गौरव कांडपाल आदि शामिल हैं।