ग्राम सभा मटेला मनिहार के ग्रामीणों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर भू-माफियाओं पर लगाया अनुसूचित ग्रामीणों की जमीन हथियाने का आरोप, न्याय की लगाई गुहार
रानीखेत– तहसील अंतर्गत ग्राम सभा मटेला मनिहार के ग्रामीणों ने आज संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर ग्राम सभा के तोक गानलेद/किलमोडिया में अनूसूचित वर्ग की भूमि पर भू माफियाओं द्वारा कब्जा करने की शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
अनूसूचित ग्रामसभा मटेला मनिहार के ग्रामीणों के एक शिष्टमंडल ने आज संयुक्त मजिस्ट्रेट वरूणा अग्रवाल को ज्ञापन देकर बाहरी लोगों को बेच दी गई अपनी भूमि छुड़ाने की गुहार लगाई है। ज्ञापन में कहा गया है कि ग्राम सभा के तोक गानलेद,किलमोडिया में अनूसूचित जाति के लोगों की भूमि पर अनूसूचित लोगों को डरा-धमकाकर भू-माफियाओं द्वारा कब्जा कर बाहरी लोगों विक्रय पत्रों के माध्यम से बेचा जा रहा है। जिसमें राज्य सरकार की भूमि भी शामिल हैं जिसे ग्रामीण गोचर के रूप में इस्तेमाल करते थे। भू माफियाओं द्वारा कुछ ग्रामीणों से चंद रूपए का लालच देकर भूमि क्रय कर बाहरी लोगों को लाखों रुपए में बेचा जा रहा है। उक्त पंजीकरण पर ग्रमीणों ने आपत्ति दर्ज की है।भू-माफियाओं द्वारा भूमि पर कब्जा डरा-धमकाकर लिया जा रहा है, ऐसा न करने पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी जा रही है। कहा जा रहा है कि अगर भूमि का कब्जा, स्वामित्व नहीं सौंपा तो परिवार सहित जान से मार देंगे और गांव से बेदखल कर देंगे। भू-माफियाओं और बाहरी सवर्ण लोगों की धमकी से अनुसूचित ग्रामीण भयभीत हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि ग्राम के जिन व्यक्तियों के विक्रय पत्र रानीखेत सब रजिस्ट्रार कार्यालय में निष्पादित हुए हैं उनमें गलत तरीके से फर्जी हस्ताक्षर कराकर भूमि बेची गई है।
संयुक्त मजिस्ट्रेट को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने 2012से आज तिथि तक भू-माफियाओं द्वारा जो भी भूमि क्रय विक्रय की गई है उनके विक्रय पत्र निरस्त कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में ग्राम प्रधान तुलसी देवी सहित करीब दर्जन भर ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं।