रानीखेत में भी अग्निपथ योजना के विरोध में सड़कों पर उतरे युवा, कहा योजना निरस्त नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेंगे

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रानीखेत: केंद्र सरकार की ‘‘अग्निपथ योजना’’ को लेकर युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रानीखेत में भी आज युवाओं ने प्रदर्शन कर संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज कर अग्निपथ योजना को निरस्त किए जाने की मांग की।
प्रशासन के धारा 144 लगाए जाने के बाद भी छात्र व युवा जगह -जगह अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है। आर्मी भर्ती की लिखित परीक्षा कराये जाने और आर्मी मे 4 साल की भर्ती योजना अग्निपथ के विरोध में रानीखेत में आज युवाओं ने संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय तक जुलूस निकाला और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

 राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में युवाओं ने कहा कि केंद्र सरकार बेरोजगार युवकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। अपने घरों से दूर रहकर कईं सालों से किराये का कमरा लेकर आर्मी भर्ती की लिखित परीक्षा की तैयारी कर रहे युवा भर्ती निरस्त किये जाने से सदमे मे है और आत्महत्या करने को तक मजबूर हो रहे है। अग्निवीर योजना देश की सुरक्षा के साथ जहाँ खिलवाड़ है वहीं छात्रों के साथ एक बहुत बड़ा धोखा है। केंद्र की मोदी सरकार बिना कमेटी बनाये और चर्चा किये गलत निर्णय ले रही है, जो कि सरासर गलत है। हम युवा किसी भी कीमत पर इस हिटलशाही फैसले को स्वीकार नहीं करेंगे।अगर यह निर्णय तुरन्त वापस नहीं लिया गया तो हम सभी युवा उग्र आन्दोलन को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

अतैव देश के युवाओं के भविष्य को देखते हुए अग्निपथ योजना के आदेश को त्वरित कार्यवाही कर निरस्त करवाने की कृपा करें।
संयुक्त मजिस्ट्रेट जय किशन को ज्ञापन सौंपने के बाद युवाओं ने कहा कि अग्निपथ योजना रद्द न होने की दशा में युवाओं को बडी़ संख्या में संगठित कर आंदोलन तेज किया जाएगा।

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