अल्मोडा़ डीएम ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन सप्ताह भर में भेजने के निर्देश दिए
रानीखेतःजिलाधिकारी वन्दना सिंह ने विगत दिनों अतिवृष्टि व वर्षा से हुए क्षतिग्रस्त राजकीय एवं निजी सम्पत्तियों के नुकसान के सम्बन्ध में सभी उपजिलाधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों के साथ नवीन कलेक्ट्रेट में एक बैठक की। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा से हुए नुकसान का आकलन जल्द से जल्द तैयार कर प्रस्तुत किया जाय। उन्होंने प्रस्तावों को किसी भी तरह से लम्बित न रखने के निर्देश दिये। उन्होंने जल संस्थान, पेयजल निगम, विद्युत, लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी सरकारी परिसम्पत्तियों को नुकसान हुआ है उनका आकलन एक सप्ताह के भीतर तैयार कर जिला कार्यालय में प्रस्तुत किया जाय ताकि शासन को इस सम्बन्ध में प्रस्ताव भेजा जा सके। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो सड़क मार्ग, विद्युत आपूर्ति, पेयजल लाईनें क्षतिग्रस्त हुई है उन्हें तत्काल सुचारू करें।
बैठक में उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियांे को निर्देश दिये कि ग्रामसभाओं में जो सीसी मार्ग, खण्डजे, पैदल पुल मार्ग क्षतिग्रस्त हुए है उन कार्यों का प्राथमिकता के साथ प्रस्ताव बनाकर भेजा जाय। उन्होंने कहा कि आपदा अधिनियम के तहत जो कार्य किये जाने है उन्हें तत्काल कर लिया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत जो कार्य किये जाने है उन कार्यों को तत्काल शुरू कर दिया जाय। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा काल में पात्र लोगों को राशन मुहैया किया जा सके इसको गम्भीरता से लेते हुए दीपावली से पूर्व सभी को राशन बटवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि सस्ता गल्ला विक्रेताओं द्वारा की जा रही हड़ताल को देखते हुए सभी उपजिलाधिकारी वैकल्पिक माध्यम से राशन वितरण किया जाय। उन्होंने कहा कि राशन वितरण में ग्राम प्रधानों व जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाय। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि पोर्टल में पंजीकृत राशन कार्ड धारकों की सूची निकाल कर राशन वितरण किया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी उपजिलाधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों की डयूटी इस कार्य हेतु निर्धारित करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी सी0एस0 मर्तोलिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।