मौखिक आश्वासन पर हड़ताल स्थगित करने से नाराज ऊर्जा कर्मचारी अब सरकार के लिखित आश्वासन पर माने,हड़ताल टाली

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देहरादूनः- ऊर्जा कर्मियों की हड़ताल का मामला फिलवक्त निपटा लिया गया है।ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत से वार्ता के बाद कर्मचारी नेता एक माह के लिए हड़ताल टालने पर राजी हो ग ए थे लेकिन वार्ता के बाद कर्मचारी उनसे नाराज हो गए कि मौखिक आश्वासन पर हड़ताल स्थगित करने का ऐलान क्यों किया?कर्मचारियों ने लिखित आश्वासन न मिलने तक हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया था।लेकिन अब सरकार ने कर्मचारियों के आगे झुकते हुए लिखित आश्वासन दे दिया है।

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बता दें कि अपराह्न में ऊर्जा मंत्री के आश्वासन पर कर्मचारी नेताओं ने हड़ताल को स्किथगित कर दिया था।लेकिन ऊर्जा भवन पहुंचते ही कर्मचारियों और नेताओं में मतभेद पैदा हो ग ए थे।कर्मचारी बिना लिखित आश्वासन के हड़ताल स्थगित करने से भड़के हुए थे और कर्मचारियों ने हड़ताल को जारी रखा हुआ था ।कर्मचारियों ने अपने नेताओं को खरी-खरी सुनाते हुए लिखित आदेश न मिलने तक हड़ताल से हटने से इनकार कर दिया था।ऐसे में न विद्युत आपूर्ति सुचारू हो पायी थी न ही

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राज्य की जलविद्युत परियोजनाओं से बिजली उत्पादन ही शुरू हो पाया था। अब ऊर्जा कर्मचारियों के आगे झुकते हुए सरकार ने कर्मचारियों को लिखित आश्वासन देना पडा़ है।जिस पर सभी कर्मचारी मान गए हैं और अगले 1 महीने तक के लिए हड़ताल को स्थगित कर दिया है।

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