परिवहन मंत्री के समक्ष रखी एआरटीओ कार्यालय पुराने बीएस एनएल भवन में लाने,डिपो को आधुनिक बसें देने और रामनगर- रानीखेत रेलवे सर्वे की मांग

ख़बर शेयर करें -

रानीखेत: प्रदेश के परिवहन मंत्री चंदन राम दास के विगत दिवस रानीखेत आगमन पर छावनी परिषद् के मनोनीत सदस्य एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता मोहन नेगी के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने उनसे मुलाकात कर पूर्व सरकार में स्वीकृत एआरटीओ कार्यालय रानीखेत में स्थापित करने,रानीखेत परिवहन डिपो के बस बेडे़ में आधुनिक बसें शामिल करने और रामनगर -रानीखेत रेलवे लाइन की सर्वे कराए जाने की मांग की और इस संबंध में ज्ञापन भी परिवहन मंत्री को दिए।

परिवहन मंत्री को ज्ञापन सौंप कर वरिष्ठ भाजपा नेता मोहन नेगी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पूर्व हरीश रावत सरकार में रानीखेत के लिए स्वीकृत एआरटीओ कार्यालय को रानीखेत में शीघ्र स्थापित किए जाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि हरीश रावत सरकार में रानीखेत में एआरटीओ कार्यालय खुलने की पूरी तैयारी हो चुकी थी, इसके लिए शासनादेश के साथ कार्यालय स्टाफ भी स्वीकृत हो चुका था जो वर्तमान में अल्मोड़ा आरटीओ कार्यालय में संबद्ध किया गया है। वरिष्ठ भाजपा नेता मोहन नेगी ने परिवहन मंत्री को रानीखेत में एआरटीओ कार्यालय का स्थायी भवन बनने तक एआरटीओ कार्यालय को पुराने टेलीफोन एक्सचेंज के ख़ाली भवन या फिर रोडवेज भवन के खाली कक्षों में खोलने का सुझाव दिया।

यह भी पढ़ें 👉  शनिवार को भी बारिश से राहत नहीं, उत्तराखंड के कई हिस्सों में मौसम विभाग ने जारी किया है रेड अलर्ट, कुछ जिलों में विद्यालय रहेंगे बंद

शिष्टमंडल ने परिवहन मंत्री चंदन राम दास के आगे रानीखेत परिवहन डिपो की दुर्दशा का हवाला देते हुए डिपो के बस बेडे़ में वोल्वो और लक्ज़री बसें शामिल करने की मांग की।ताकि यात्री लम्बे रुट की यात्रा सुगमता के साथ कर सकें।परिवहन मंत्री को बताया गया कि पूर्व में डिपो के बस बेडे़ में पर्याप्त बसें और डिपो में पर्याप्त कर्मचारी थे।लेकिन शासन की ओर से इस डिपो की अनदेखी होती रही जिसकारण आज यह दुरावस्था में है।
शिष्टमंडल ने परिवहन मंत्री को ज्ञापन सौंप कर रामनगर -रानीखेत रेलवे लाइन की सर्वे कराए जाने की मांग भी की।कहा कि रामनगर से रानीखेत तक रेल लाइन बिछाना अंग्रेजों की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा रहा था।लार्ड डलहोजी की देश में रेलवे लाइन का संजाल बिछाने की योजना को आगे बढ़ाते हुए चौथे वाइसराय लार्ड मेयो न सिर्फ शिमला से ग्रीष्मकालीन राजधानी को रानीखेत शिफ्ट करना चाहते थे अपितु रामनगर से रानीखेत तक रेल भी पहुंचाना चाहते थे।लेकिन मेयो की आकस्मिक मौत के कारण यह योजना अधर में लटक गई।अतैव इस महत्वाकांक्षी योजना पर ध्यान देते हुए रेलवे लाइन सर्वे के लिएअपनी ओर से केंद्र सरकार से वार्ता करने का कष्ट करें।
शिष्टमंडल में भाजपा वरिष्ठ नेता मोहन नेगी के अलावा,भाजपा नगर मंत्री व छावनी पूर्व उपाध्यक्ष संजय पंत,भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष मदन सिंह माहरा ,पूर्व भाजपा उपाध्यक्ष विमल भट्ट ,गणेश राम,राजेन्द् प्रसाद शामिल रहे।