मानिला देवी मंदिर में भागवत महापुराण सम्पन्न, विधायक ने दिया मंदिर को धार्मिक पर्यटन सर्किट से जोड़ने का आश्वासन
भिकियासैंण: भिकियासैंण तहसील मुख्यालय से 15 कि0मी0 दूर मानिला देवी मंदिर में श्रीमद् देवी भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ महोत्सव का आज़ समापन हो गया। यहां पिछले 7अगस्त से यह महोत्सव चल रहा था।
आचार्य योगेश जोशी इस महापुराण में व्यास की गद्दी पर विराजमान थे इस यज्ञ के यजमान ग्राम बहेड़ा हिम्मत सिंह रावत रहे। इस मन्दिर में होने वाला यह 19वां महापुराण है पिछले दो वर्षों में कोरोना महामारी के कारण यहां पर कोई आयोजन नहीं हो सका था। आज़ यज्ञ के समापन के अवसर पर क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल का क्षेत्रीय जनता द्वारा यहां पहुंचने पर ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया। क्षेत्रीय जनता की मांग पर उन्होंने इस मन्दिर को धार्मिक पर्यटन के सर्किट से जोड़ने का आश्वासन दिया तथा इस स्थान के सौंदर्यीकरण के लिए धनराशि देने का भरोसा दिलाया । इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती उमा बिष्ट अध्यक्ष जिला पंचायत अल्मोड़ा पारिवारिक कारणों से यहां नहीं पहुंच पाई उन्होंने भेजे संदेश में मंदिर के सौंदर्यीकरण हेतु 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।
गौरतलब है यहां हर 15 अगस्त के दिन क्षेत्रीय जनता देश की आज़ादी मनाने के लिए इकट्ठा होती है लोग बताते हैं कि पहले से क्षेत्रीय जनता वाद्य यंत्रों नगारे निशाण के साथ अपने -अपने गांवों से यहां पर एकत्रित होती थी उसके बाद यहां पर इसके आयोजक स्वतंत्रता सेनानी श्री बचे सिंह अधिकारी श्री नरपतसिंह मेहरा, गोपाल दत्त वैला महन्त कृष्णा नन्द जी महाराज आदि लोगों के निर्देशन में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे श्री नरपतसिंह मेहरा स्वयं अनेक करतब दिखाकर लोगों का मन मोह लेते थे। एनसीसी व स्काउट गाइड की भव्य परेड आयोजित की जाती थी विभिन्न तरह की झांकियां निकाली जाती थी आजादी के 75 बरसों बाद भी आजादी मनाने का यह तरीका आज भी जारी है इस वर्ष देश-भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है इसलिए यहां पर भी आजादी का अमृत महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। सुबह 9 बजे मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के नब्बे वर्ष की उम्र पार कर चुके वरिष्ठ सदस्य सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक श्री नारायण सिंह रावत व श्रीमद् देवी भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के व्यास आचार्य योगेश जोशी जी ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया परेड का संचालन स्काउट कमीश्नर रहे श्री नवीन चन्द्र रिखाड़ी ने किया वहां पर अनेक साधु संतों पंडितों के अलावा श्री बहादुर सिंह रावत, तुला सिंह तड़ियाल, इन्द्र सिंह भण्डारी, जगत सिंह अधिकारी, सूबेदार लाल सिंह अधिकारी, भूपाल सिंह रावत, हिम्मत सिंह रावत, कुन्दन सिंह रावत, कुन्दन सिंह मेहरा सूबेदार राम सिंह रावत, श्याम सिंह अधिकारी, खीम सिंह अधिकारी, पूरन चन्द्र जोशी, राजेन्द्र सिंह रावत, विशन सिंह रावत सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।