बदरीनाथ मंदिर परिसर में नहीं हुई नमाज़,बिना तथ्यों की पुष्टि किए अफवाह न फैलाएं-एस पी चमोली
चमोली:- ईद उल अजहा के अवसर पर श्री बदरीनाथ मंदिर में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा कथित तौर से नमाज पढ़े जाने का वीडियो वायरल होने के बाद यहां तनाव की स्थिति बन गई है। हिंदूवादी संगठनों ने जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को इस बावत ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की मांग भी की थी।इधर चमोली के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रारम्भिक जांच में मालूम हुआ कि ऐसी कोई घटना मंदिर परिसर में नहीं हुई।बिना तथ्यों की पुष्टि किए अफवाह फैलाने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया पर यह पोस्ट बुधवार से ही देखी जा रही है। चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने इस घटना पर कहा कि ‘सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ मुस्लिम बदरीनाथ मंदिर परिसर में नमाज अदा कर रहे हैं।इस पोस्ट पर नजर पड़ते ही पुलिस आरोपों की जांच में जुट गई,शुरूआती जांच में सामने आया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई।
जांच में पता चला कि 15 मुस्लिम श्रमिक हरिंदर सिंह नाम के एक कॉन्ट्रैक्टर के यहां काम करते हैं। यह सभी मजदूर मंदिर से करीब 1 किलोमीटर दूर स्थित एक पार्किंग फैसिलिटी प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे।
सभी मजदूर प्रोजेक्ट साइट पर ही रह रहे थे क्योंकि वहां निर्माण में इस्तेमाल होने वाली काफी सामग्रियां रखी हुई थीं। ईद-उल-अजहा के मौके पर उन लोगों ने वहीं पर सुबह 7 बजे नमाज अदा की थी ।उन्होंने न तो किसी सार्वजनिक स्थल पर नमाज अदा की और न ही किसी मौलाना को नमाज अदा कराने के लिए बाहर से बुलाया था।
पुलिस के मुताबिक कॉन्ट्रैक्टर और मजदूरों के खिलाफ भीड़ जुटाने और सोशल डिस्टेन्सिंग का उल्लंघन करने के आरोप में आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।यह मुकदमा स्थानीय नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष ऋषि प्रकाश सती और उनके सहयोगियों की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।हालांकि पुलिस मंदिर परिसर में नमाज पढ़ने के आरोपों की तह तक जांच कर रही है जांच के बाद ही मामले में कार्र्वाई होगी। पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि तब तक लोगों से अपील करूंगा कि संयम व शांति बनाए रखे।तथ्यों की पुष्टि किए बिना किसी तरह की अफवाह न फैलाए,ऐसा करने पर संबंधितों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।