उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के तत्वावधान में खंड स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता शुरू, सत्रह विद्यालय कर रहे प्रतिभाग
रानीखेत -उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार के तत्वावधान में खंड स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिता का शुभारंभ डा. हेम चन्द्र जोशी (जिला संयोजक) रा. इ .का स्याल्दे के निर्देशन में मंगलवार को राजकीय आदर्श बालिका इण्टर कालेज रानीखेत में हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख ताडीखेत श्री हीरा सिंह रावत एवं विशिष्ट अतिथि श्री विमल सती सम्पादक प्रकृत लोक पत्रिका/ रंगकर्मी/ साहित्यकार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम अध्यक्षता राआबाइका प्रधानाचार्य कु बिशौला देवी ने की। मुख्य अतिथि श्री हीरा सिंह रावत ने संस्कृत को राष्ट्र को जोड़ने वाली भाषा बताते हुए इसे जीवन में अपनाने की बात कहीऔर गुरूओ का सदा सम्मान करने की बात विद्यार्थियों से कहीं। वहीं विशिष्ट अतिथि श्री विमल सती ने संस्कृत को महनीय भाषा बताते हुए वैदिक सभ्यता से आज तक उसके वैश्विक स्तर पर प्रसार पर प्रकाश डाला।उन्होंने संस्कृत को व्याकरणबद्ध,लयबद्ध, लालित्यपूर्णभाषा बताया। उन्होंने कहा कि राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा होने के बावजूद संस्कृत को अभी वह सम्मान नहीं मिला जिसकी वह अधिकारी हैं।
प्रतियोगिता के अंतर्गत – संस्कृत नाटक, संस्कृत समूह गान, संस्कृत समूह नृत्य, संस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिता संस्कृत आशुभाषण एव श्लोकोच्चारण कुल वाद विवाद प्रतियोगिता कनिष्ठ वर्ग में आयोजित की गयी। इन प्रतियोगिताओं में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिताओ में खंड के सत्रह विद्यालयों ने प्रतिभाग किया।
उद्घाटन समारोह का संचालन श्री बद्रीदत्त भट्ट (शास्त्री जी), पूर्व प्रधानाचार्य श्रीराम मंदिर, संस्कृत विद्यापीठ रानीखेत ने की । विद्यार्थियों ने वैदिकमंगलाचरण, सरस्वती वन्दना, स्वागत गीत एवं राष्ट्रगान के साथ अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में विशेष सहयोग हेतु भी विनोद खुल्बे (प्रधानाचार्य – सिटी मोन्टेसरी स्कूल गनियाद्योली रानीखेत) की मार्गदर्शक श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान (खण्ड शिक्षा अधिकारी ‘ताडीखेत) एवं एम. जोजफ (कार्यक्रम संयोजक), ज़िला पंचायत प्रतिनिधि हेमंत रौतेला, पूर्व जिला पंचायत महेश आर्या ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि सराहना की।