चिल्ड्रंस एकडमी सौनी के नन्हें बच्चों ने एसएसबी जवानों को भेजी रंग बिरंगी स्वनिर्मित राखियां, राखियां बांधने सीमांत मुख्यालय आमंत्रित किए गए बच्चे
रानीखेत -रक्षा बंधन का पर्व भाई-बहन के प्यार का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यहां चिल्ड्रंस एकेडमी सौनी के नन्हें मुन्ने बच्चों ने वीर जवानों तक अपने प्यार व विश्वास को रक्षा सूत्र यानी कि राखियों के जरिये पहुंचाया का प्रयास किया। उन्होंने सीमा सशस्त्र बल के जवानों के लिए करीब पचास स्वनिर्मित राखियां भिजवाई।
आज चिल्ड्रंस एकेडमी सौनी के बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था जब वे हाथों में तरह-तरह की सामग्री लिए राखियां बना रहे थे। बाद में ये राखियां स्कूल द्वारा सीमा सशस्त्र बल सीमांत मुख्यालय गनियाद्योली भेजी गई। एस एसबी अधिकारी नन्हेंमुन्ने बच्चों की राखियां पाकर अभिभूत नजर आए, उन्होंने अब बच्चों को राखियां बंधवाने के लिए शुक्रवार को मुख्यालय आमंत्रित किया है।
स्कूल की प्रधानाचार्या गीता पवार ने कहा कि बच्चों का यह प्रयास सराहनीय है। आज हमारा देश सुरक्षित है, क्योंकि सीमा पर वीर जवान मुस्तैद हैं। उनकी बदौलत ही आज हम अपने घरों में सुरक्षित हैं। हमें गर्व है की हमारे बच्चों की बनाई राखी जवानों ने स्वीकार की है। उन्होंने कहा की जवानों के लिए राखियां बनाकर उन्हें अपना स्नेह भेजना हर कोई चाहता है।